ब्लॉग मित्र मंडली

23/4/12

यह बाग़ मेरे प्यार का !




फल-फूलता , खिलता रहे यह बाग़ मेरे प्यार का !
संबंध हो हममें समर्पण-स्नेह का , आभार का !!
समृद्धि संग सम्मान सुख सब ही मिले संसार का !
परमात्मा ! नित ध्यान रखना इस कुटुंब-परिवार का !!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar
  
परमपिता परमात्मा की असीम अनुकंपा और माता-पिता के आशीर्वाद से  
कुछ दिन पहले मेरे दोनों छोटे बेटों
वैभव संग निकिता और विवेक संग हर्षिता
की सगाई तय हुई है । मेरी बड़ी पुत्रवधू रेशम की तरह मेरी ये दोनों बेटियां भी यथोचित समय पर मेरे परिवार का अंग बन जाएंगी ।
मेरे पूरे परिवार को आप सबकी शुभकामनाएं और आशीष मिले
 साभार सद्भावनाएं !