tag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post1614960439707393771..comments2023-10-31T15:59:18.615+05:30Comments on शस्वरं: खुले फिरते गुनहगारों के लश्कर मुल्क में मेरेRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttp://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comBlogger76125tag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-69088031645317077512011-08-27T22:42:01.587+05:302011-08-27T22:42:01.587+05:30जन लोकपाल के पहले चरण की सफलता पर बधाई.जन लोकपाल के पहले चरण की सफलता पर बधाई.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-51428381672204663392011-08-27T17:41:39.248+05:302011-08-27T17:41:39.248+05:30waah....shaandar ghazal.....sachmuch
chand din me...waah....shaandar ghazal.....sachmuch <br />chand din me rukhsati ka dikh raha aasaar hai...S.VIKRAMhttps://www.blogger.com/profile/17252464333035334396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-57691436729304718912011-08-26T23:27:35.312+05:302011-08-26T23:27:35.312+05:30राजेन्द्र भाई ! यह मज़दूरी हीर जी की तरफ से क़ुबूल...राजेन्द्र भाई ! यह मज़दूरी हीर जी की तरफ से क़ुबूल फरमाएं -<br /><br />"बदन पर पैरहन बाकी न आँखों में हया बाकी <br />कभी शर्मो हया होती थी जेवर मुल्क में मेरे"<br /><br />ओय होय ! क्या मौजूं तीर चलाया है आपने :)) इस पर तो वारे जाऊं .....:))बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-29988485174051238332011-08-16T14:21:51.134+05:302011-08-16T14:21:51.134+05:30.
# हीर जी
… आपके सामने मैं बड़ा कभी हो स....<br /><br /><br /><br /># <b><i>हीर जी </i></b> <br /><br /><br /><b>… आपके सामने मैं बड़ा कभी हो सकता हूं क्या ?? <br />आपकी टिप्पणियों की किसे ज़रूरत नहीं … मेरी तो बिसात ही क्या है ? </b> <br /><br /> <br /><b>…और आपकी टिप्पणियां तो किसी भी पोस्ट के लिए तोहफ़े से कम नहीं । <br />कोई बेवक़ूफ़ ही किसी हसीं तोहफ़े की ख़्वाहिश नहीं रखता होगा … </b> :)<br /><br />अब ग़ज़ल पर भी कुछ कहें तो मज़दूर को मज़दूरी मिले ………Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-41667929802292367562011-08-16T14:08:52.477+05:302011-08-16T14:08:52.477+05:30हर शब्द भावमय करता हुआ ...प्रत्येक पंक्ति ओज से ...हर शब्द भावमय करता हुआ ...प्रत्येक पंक्ति ओज से परिपूर्ण सार्थक अभिव्यक्ति के लिये बहुत-बहुत बधाई के साथ शुभकामनाएं ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-52995809407445439512011-08-16T12:56:05.753+05:302011-08-16T12:56:05.753+05:30१७ -माह
५५- प्रविष्ठियाँ
३०८- समर्थक
३०३०- टिप्पणि...१७ -माह<br />५५- प्रविष्ठियाँ<br />३०८- समर्थक<br />३०३०- टिप्पणियाँ ....<br /><br />बधाई ......<br />अब हम जैसे छोटे लोगों की टिप्पणियों की जरुरत कहाँ है आपको .....हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-83891925771530052062011-08-16T09:41:41.590+05:302011-08-16T09:41:41.590+05:30स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनायें.स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनायें.amrendra "amar"https://www.blogger.com/profile/00750610107988470826noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-1023916249736716382011-08-16T09:32:35.943+05:302011-08-16T09:32:35.943+05:30hardik shubhkamnayen..hardik shubhkamnayen..Dr.Bhawna Kunwarhttps://www.blogger.com/profile/11668381875123135901noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-38751235845484152832011-08-16T08:59:34.348+05:302011-08-16T08:59:34.348+05:30हंसी बेशर्म है उनकी, करम बेशर्म है उनका
वतन को बे...हंसी बेशर्म है उनकी, करम बेशर्म है उनका <br />वतन को बेचते हैं वो, धरम बेशर्म है उनका <br />खुदी में डूब कर खुद को, खुदा ही मान बैठे जो<br />बता औकात उन्हें उनकी कि नहीं अब वक्त है उनका <br /><br />भाई राजेन्द्र जी ! उन्हें उनकी औकात बताने का काम बखूबी किया है आपने इस रचना में. ये सिलसिला चलता रहे यूं ही ....बस यही कामना है .....बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-45072237777912758272011-08-16T08:03:47.677+05:302011-08-16T08:03:47.677+05:30बेहतरीन गज़ल। इस मौके पर इससे अच्छा क्या लिखा जा स...बेहतरीन गज़ल। इस मौके पर इससे अच्छा क्या लिखा जा सकता है भला..वाह!<br /><br />आप सुंदर भी लिखते हैं अच्छा भी, सच भी लिखते हैं सार्थक भी। कई बार सिर्फ देख कर और पढ़कर लौट जाता हूँ ।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-50740780285219656412011-08-16T07:03:13.216+05:302011-08-16T07:03:13.216+05:30गुरू छा गए.पोस्ट अच्छा लगा.आपका व्लॉग भी अति सुंदर...गुरू छा गए.पोस्ट अच्छा लगा.आपका व्लॉग भी अति सुंदर है।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-9865049067814439292011-08-15T23:50:21.633+05:302011-08-15T23:50:21.633+05:30राजेन्द्र जी ,
वाकई एक और लड़ाई की जरूरत आन पड़ी ह...राजेन्द्र जी ,<br />वाकई एक और लड़ाई की जरूरत आन पड़ी हैं.<br />ब्लॉग पर टिप्पड़ी हेतु धन्यवाद.Rahul Paliwalhttps://www.blogger.com/profile/10172932105201007746noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-22334748172626275622011-08-15T23:30:02.452+05:302011-08-15T23:30:02.452+05:30बहुत सही मुद्दे और समस्याएं आप ने ग़ज़ल के माध्यम ...बहुत सही मुद्दे और समस्याएं आप ने ग़ज़ल के माध्यम से पाठकों तक पहुंचाई हैं <br />हमेशा की तरह बहुत ख़ूब!! हर पंक्ति आप की देशभक्ति की परिचायक है<br /><br />आप को भी स्वाधीनता दिवस बहुत बहुत मुबारक होइस्मत ज़ैदीhttps://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-19038040867942457302011-08-15T21:22:21.851+05:302011-08-15T21:22:21.851+05:30बहुत सार्थक रचना .इन अँधे,गूँगे ,बहरों के मारे ही ...बहुत सार्थक रचना .इन अँधे,गूँगे ,बहरों के मारे ही यह हाल हुआ है !<br /><br />राजेन्द्र जी ,<br />इसी प्रकार झकझोरते रहिये जन-चेतना को .<br />बहुत-बहुत शुभकामनायें !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-67707349008682976212011-08-15T20:50:57.240+05:302011-08-15T20:50:57.240+05:30आजाद भारत का सच्चा चित्रण किया हैआजाद भारत का सच्चा चित्रण किया हैYogendramani https://www.blogger.com/profile/03485400399743198851noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-84870391069369364092011-08-15T19:38:36.506+05:302011-08-15T19:38:36.506+05:30bahut achchhi rachna, shubhkaamnaayen.bahut achchhi rachna, shubhkaamnaayen.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-10650801429072569502011-08-15T18:55:42.359+05:302011-08-15T18:55:42.359+05:30सटीक सार्थक और सशक्त प्रस्तुति. आभार. स्वतंत्रता द...सटीक सार्थक और सशक्त प्रस्तुति. आभार. स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें...<br />सादर,<br />डोरोथी.Dorothyhttps://www.blogger.com/profile/03405807532345500228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-37315556830192908562011-08-15T18:40:57.826+05:302011-08-15T18:40:57.826+05:30//बहा करती कभी , घी - दूध की नदियां , वहीं पर अब
न...//बहा करती कभी , घी - दूध की नदियां , वहीं पर अब<br />नहीं पानी तलक सबको मयस्सर मुल्क में मेरे /<br />bahut sunder kaha aapne desh ki sachchi sthiti batati hai <br />sarthak prastuti<br />savtantrata divas ki bahut bahut shubhkamnayen<br />rachanaRachanahttps://www.blogger.com/profile/15249225250149760362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-51433535588249295412011-08-15T17:00:16.130+05:302011-08-15T17:00:16.130+05:30सुन्दर, भावपूर्ण रचना. हर शेर लाजवाब है. देश के प्...सुन्दर, भावपूर्ण रचना. हर शेर लाजवाब है. देश के प्रति आपके दर्द आपके जज़्बात में मुझे भी दिल से शरीक माने.<br /><br />स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाए.<br />-मंसूर अली हाश्मी एवं परिवारMansoor ali Hashmihttps://www.blogger.com/profile/09018351936262646974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-21128177755012379492011-08-15T16:31:16.890+05:302011-08-15T16:31:16.890+05:30फिर वह भी दिन था आ पहुंचा
इतिहास गर्व जिस पर करता...फिर वह भी दिन था आ पहुंचा <br />इतिहास गर्व जिस पर करता <br />हम क्यूँ नेतृत्व करे जग का <br />इतिहास प्रमाण दिया करता <br /><br />रणघोष ध्वनि जब शांत हुई <br />इक शासक कलिंग विजेता था <br />चहुँओर पताका फहराती <br />जिसका वह स्वयं प्रणेता था <br />rachna kafi khoobsurat lagi kuchh baate to vicharniye hai ,swatanrata divas ki haardik badhai aapko .ज्योति सिंहhttps://www.blogger.com/profile/14092900119898490662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-47780244831790914122011-08-15T15:26:15.577+05:302011-08-15T15:26:15.577+05:30Every dark cloud has a silver lining too ! It is a...Every dark cloud has a silver lining too ! It is a good gazal and hopefully make people aware about your worries about India.अश्विनी कुमार रॉय Ashwani Kumar Royhttps://www.blogger.com/profile/01550476515930953270noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-75748832195885587212011-08-15T15:26:13.693+05:302011-08-15T15:26:13.693+05:30Every dark cloud has a silver lining too ! It is a...Every dark cloud has a silver lining too ! It is a good gazal and hopefully make people aware about your worries about India.अश्विनी कुमार रॉय Ashwani Kumar Royhttps://www.blogger.com/profile/01550476515930953270noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-25234538828050192792011-08-15T14:21:21.487+05:302011-08-15T14:21:21.487+05:30बहुत प्यारी गजल और ब्लॉग डेकोरेशन |
आशाबहुत प्यारी गजल और ब्लॉग डेकोरेशन |<br />आशाAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-2393507567844750102011-08-15T13:36:34.771+05:302011-08-15T13:36:34.771+05:30सुन्दर अभिव्यक्ति के साथ भावपूर्ण गजल लिखा है आप...सुन्दर अभिव्यक्ति के साथ भावपूर्ण गजल लिखा है आपने! शानदार प्रस्तुती!<br />आपको एवं आपके परिवार को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें!<br />मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-<br />http://seawave-babli.blogspot.com/<br />http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-70269534200267574352011-08-15T11:50:57.746+05:302011-08-15T11:50:57.746+05:30//चहकती बुलबुलें हरसू महकती थी हसीं कलियां
वहीं प...//चहकती बुलबुलें हरसू महकती थी हसीं कलियां<br /> वहीं पसरे हैं कांटे और अज़गर मुल्क में मेरे//<br /><br />वाह वाह वाह, क्या कमाल का मतला कहा है राजेन्द्र जी ! सादगी से कही हुई बात कितना असर रखती है, उसका एक बहुत खूबसूरत उदहारण है यह मतला ! बिल्कुल सत्य कहा आपने, अमन शांति का पर्याय कहे जाने वाले भारत में अब हर तरफ नफरत-ओ-दहशत के माहौल का पाया जाना वाकई दिल को कचोटता है ! <br /><br />//बहा करती कभी , घी - दूध की नदियां , वहीं पर अब<br />नहीं पानी तलक सबको मयस्सर मुल्क में मेरे //<br /><br />एक हुब्बल-वतन कलम से निकला हुआ दर्द है इस शेअर में - बहुत आला ! <br /><br />//बदन पर पैरहन बाकी न आंखों में हया बाकी<br />कभी शर्मो - हया होती थी ज़ेवर मुल्क में मेरे //<br /><br />बहुत कमाल का संदेश दिया है इस शेअर के माध्यम से ! संदेश के साथ साथ एक सच्चे हिन्दुस्तानी दे दिल का दर्द भी है जो दिन-ब-दिन गिरती समाजी क़द्रों-कीमतों को देखकर बड़ी शिद्दत से उभरा है ! <br /><br />//सियासतदां नशे में हैं या फ़िर आवाम सोई है <br />खुले फिरते गुनहगारों के लश्कर मुल्क में मेरे//<br /><br />बहुत खूब, दरअसल बदकिस्मती से दोनों ही बातें सच हैं ! अगर सत्ता वालों को थोड़ा होश और आम जनता को थोड़ा जोश आ जाए तो मुल्क से गलत अनासिर का नाम-ओ-निशान ही मिट जाए ! <br /><br />//न सुनते , देखते ना बोलते ; हालात जो भी हो<br />बचे हैं शेष गांधीजी के बंदर मुल्क में मेरे//<br /><br />यह हासिल-ए-ग़ज़ल शेअर है राजेन्द्र जी ! मुल्क-ओ-कौम की बेहिसी को किस क़दर अलफ़ाज़ दिया हैं - वाह वाह वाह !<br /><br />//हुआ राजेन्द्र सच सच बोलने पर क़त्ल यां हर दिन<br />ज़ुबां वालों , रहो ख़ामोश , डर कर मुल्क में मेरे //<br /><br />आहा हा हा हा ! क्या ज़ोरदार मकता कहा है ! खासकर पहले मिसरे में लफ्ज़ "यां" देखकर दिल खुश हो गया ! इतने पुरनूर, पुरअसर और पुरकशिश आशार के लिए दिल की गहराईओं से दाद पेश कर रहा हूँ, क़ुबूल फरमाएं !Yograj Prabhakarhttps://www.blogger.com/profile/08110021103580620658noreply@blogger.com