tag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post6593699055474928469..comments2023-10-31T15:59:18.615+05:30Comments on शस्वरं: ज़माना लुटेरा है आंसू ख़ज़ानाRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttp://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comBlogger74125tag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-62220452051457545032011-01-21T04:42:35.182+05:302011-01-21T04:42:35.182+05:30धुंए को धुंआ करना, स्वयं को सामने लाना है।धुंए को धुंआ करना, स्वयं को सामने लाना है।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-12378627560128252982011-01-19T22:28:56.772+05:302011-01-19T22:28:56.772+05:30राजेन्द्र भैया इस सुन्दर, दिलकश ग़ज़ल को आपके गंभी...राजेन्द्र भैया इस सुन्दर, दिलकश ग़ज़ल को आपके गंभीर स्वर में सुनना अलग ही अनुभव है... सादर.S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-62132580132045569142011-01-19T03:05:57.387+05:302011-01-19T03:05:57.387+05:30# रंजना जी, आपके अपनत्व का ॠणी हो गया हूं …
# दर...# रंजना जी, आपके अपनत्व का ॠणी हो गया हूं …<br /><br /><br /># दर्शन कौर धनोए जी, स्वागत और आभार ! इस नाते तो आप-हम भाभी-देवर हैं :) … ज़रूर मिलते रहेंगे परजाईजी !Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-59982980752514470112011-01-18T16:00:34.092+05:302011-01-18T16:00:34.092+05:30राजेन्द्रजी ,ससुराल ' कोटा ' होने के कारण ...राजेन्द्रजी ,ससुराल ' कोटा ' होने के कारण हम भी ' रजिस्थानी ' हुए --आपकी साधारण बोली दिल को छू गई --कविता बहुत ही अच्छी लिखी है --मिलते रहेगे ---दर्शन कौर धनोयhttps://www.blogger.com/profile/06042751859429906396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-45774853533957513452011-01-18T15:28:07.422+05:302011-01-18T15:28:07.422+05:30वाह वाह वाह...लाजवाब !!!वाह वाह वाह...लाजवाब !!!रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-62634150899172837782011-01-18T13:45:36.689+05:302011-01-18T13:45:36.689+05:30# आदरणीया निर्मला कपिला जी, प्रणाम ! आपके आने से प...# आदरणीया निर्मला कपिला जी, प्रणाम ! आपके आने से पोस्ट जैसे पूर्ण हो गई … <br />आपके आशीर्वाद की हर पोस्ट पर हमेशा ज़रूरत रहेगी । वरद हस्त मेरे सिर पर रखिएगा …<br /><br /># आदरणीया सुमन जी, प्रणाम ! <br />आशा है, अगली पोस्ट्स पर भी मुझे आपका स्नेह-सान्निध्य मिलता रहेगा । आभारी हूंRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-72239113029069790622011-01-18T11:52:27.703+05:302011-01-18T11:52:27.703+05:30hamesha jarur ayengi apke blog par.kaya apki shika...hamesha jarur ayengi apke blog par.kaya apki shikayet dur ho gai hai?Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-36040732133467401222011-01-18T09:32:39.132+05:302011-01-18T09:32:39.132+05:30धुंआ हद से ज्यादा जो देने लगे ,वो
चिराग अपने हाथों...धुंआ हद से ज्यादा जो देने लगे ,वो<br />चिराग अपने हाथों से बुझा दीजियेगा<br />देर बाद सुन पाई लेकिन पोस्ट सहेज कर रखी थी । रचना जितनी खूबसूरत है गायन उससे भी अधिक दिल को छूता है। बधाई आपको।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-35968391105383920372011-01-17T18:35:25.536+05:302011-01-17T18:35:25.536+05:30# डिम्पल माहेश्वरी जी, जय श्री कृष्ण ! स्वागत ! आ...# डिम्पल माहेश्वरी जी, जय श्री कृष्ण ! स्वागत ! आप पहली बार आई हैं न … अब आती रहिएगा ।<br /> जैसा हूं , हाज़िर हूं … <br /><br /># एस.एम.मासूम जी, शुक्रिया !<br /><br /># भूषण जी, प्रणाम ! आशीर्वाद देते रहें …<br /><br /># देवी नांगरानी जी, साक्षात् ग़ज़ल की देवी का आशीर्वाद मिलना मेरा सौभाग्य है ।<br /> स्नेह-कृपा बनाए रखें ।<br /><br /># संजय भास्कर जी, धन्यवाद ! दो दो कमेंट के कष्ट के लिए …<br /><br /># इस्मत ज़ैदी जी, आपकी प्रतिक्रिया पोस्ट का उपहार होती है । <br /> और आपके कहे शब्द भावी सृजन के लिए मार्गदर्शन … स्नेह हेतु आभार !<br /><br /># समीर जी, आभार ! … और पुत्र रत्न के विवाह की हार्दिक बधाइयां और मंगलकामनाएं !<br /><br /># अरुण मिश्र जी, स्नेह-कृपा बनाए रखें । आप जैसे गुणी के स्वागत में पलकें बिछी रहती हैं मेरी …<br /><br /># सुरेन्द्र सिंह जी"झंझट", आभार ! आभार ! आभार !<br /> आप जैसे छंद के समर्थ रचनाकार की प्रतिक्रिया भी इनाम से कम नहीं है । <br /><br /># CS देवेन्द्र K शर्मा जी, बहुत बहुत बहुत आभार !<br /><br /># PN सुब्रमणियन जी, स्वागत ! आपका आना बहुत अच्छा लगा । फिर आइएगा …<br /><br /># केवल राम जी, देर-सवेर प्रियजन की शुभेच्छाएं मिलने पर महत्व कम नहीं हो जाता ।<br /> आभार मानता हूं … <br /><br /># राहुल सिंह जी, प्रणाम !<br /><br /># वीणा जी, इतना स्नेह , इतना अपनत्व पा'कर धन्य हो गया हूं । कृपया, स्वास्थ्य का ध्यान रखा करें …<br /> बहुत बहुत आभार और शुभकामनाएं !<br /><br /># सुमन जी, शुक्रिया ! समय निकाल कर फिर अवश्य आएं आशीर्वाद देने … <br /><br /># sagebob, स्वागत है आपका , पहली बार आए हैं । समर्थन के लिए भी आभार ! पुनः आइएगा … <br /> हां, आपका नाम … ?<br /><br /># दिगम्बर नासवा जी, शुक्रिया ! आपके आगमन के लिए हमेशा आंखें लगी रहती हैं :)Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-62226532650657300142011-01-17T18:33:28.715+05:302011-01-17T18:33:28.715+05:30# मृदुला प्रधान जी, बहुत बहुत आभार ! आपके अगले आगम...# मृदुला प्रधान जी, बहुत बहुत आभार ! आपके अगले आगमन की प्रतीक्षा है ।<br /><br /># कैलाश चन्द्र शर्मा जी, धन्यवाद के शब्द नहीं हैं मेरे पास । आप जैसे सरस्वती - सुत का एक एक शब्द अर्थपूर्ण होता है । <br /> आते रहें , कृपया !<br /><br /># क्षितिजा जी, आपको एक अंतराल के बाद यहां देख कर मुझे भी हार्दिक प्रसन्नता हुई … <br /> आपका मेल आई डी न होने से नव वर्ष की शुभकामनाएं आप तक नहीं पहुंचा पाया … <br /> ~*~आपके लिए नव वर्ष मंगलमय हो !~*~<br /><br /># डॉ.दराल भाईसाहब, आपकी शुभेच्छाएं महसूस करके आपके साथ लगाव बढ़ता ही जा रहा है … <br /> मन से दूर न करें हमें … प्रणाम !<br /><br /># 'मिसिर'जी, वंदन आभार ! आपके आशीर्वाद की हमेशा आवश्यकता है मुझे … <br /> समय निकाल कर आ'कर ऊर्जा देते रहें …<br /><br /># सुनील कुमार जी, दाद के लिए शुक्रिया !<br /><br /># निर्झर नीर जी, आभार ! धन्यवाद ! शुक्रिया !<br /><br /># महेन्द्र वर्मा जी, … और आपकी टिप्पणी सोने को कुंदन बनाने वाली है :) कृपया, आया कीजिए …<br /><br /># देवेन्द्र गौतम जी, स्वागत ! आपका आना प्रसन्नतावर्द्धक है , आगे भी प्रतीक्षा रहेगी ।<br /><br /># सुज्ञ जी,धन्यवाद !<br /> ब्लॉग-जगत में मेरी उपलब्धियां आप जैसे शुभचिंतकों - मित्रों के कारण ही हैं । आभारी हूं …<br /><br /># विरेन्द्र सिंह चौहान जी, प्रशंसा और बधाई के लिए क्या कहूं मित्र !<br /> आभार … ! उपलब्धि की प्रसन्नता अपनों के समर्थन - सहयोग से द्विगुणित हो जाती है ।Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-75149930989225256392011-01-17T14:47:31.732+05:302011-01-17T14:47:31.732+05:30बहुत ही खूबसूरत ग़ज़ल है राजेंद्र जी ... सभी शेर ब...बहुत ही खूबसूरत ग़ज़ल है राजेंद्र जी ... सभी शेर बहुत कमाल के हैं ... <br />आपको पढ़ कर मज़ा आ जाता है ..दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-69905841290634823182011-01-17T14:44:07.768+05:302011-01-17T14:44:07.768+05:30बहुत बढ़िया ग़ज़ल है.खुदा आपको जोरे कलम और ज्यादा ...बहुत बढ़िया ग़ज़ल है.खुदा आपको जोरे कलम और ज्यादा दे.विशालhttps://www.blogger.com/profile/06351646493594437643noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-77795432947037029622011-01-16T18:22:00.835+05:302011-01-16T18:22:00.835+05:30rajendr ji apki awaaj gajal ke liye
bahut achhi h...rajendr ji apki awaaj gajal ke liye <br />bahut achhi hai...Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-12531820118618505692011-01-16T18:10:35.781+05:302011-01-16T18:10:35.781+05:30bahut sunder gajal hai........bahut sunder gajal hai........Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-30211009321485433502011-01-16T17:32:21.035+05:302011-01-16T17:32:21.035+05:30# एहसास :: अमित चन्द्र जी, धन्यवाद !
# राजीव थेपड...# एहसास :: अमित चन्द्र जी, धन्यवाद !<br /><br /># राजीव थेपड़ा जी, आपके प्यारे अंदाज़ में दी गई टिप्पणी के लिए शुक्रिया आभार !<br /> आप तो मेरे ब्लॉग के प्रथम टिप्पणीदाता हैं । आपने दस माह पूर्व शस्वरं की पहली पोस्ट की पहली टिप्पणी में कहा था -<br /><b> " गजब यार राजेन्द्र <br />तुमने तो कमाल कर दिया <br />यूँ की धोती फाड़ के रुमाल कर दिया <br />एक म्यान में इत्ती सारी तलवारे....??<br />वल्लाह रे...वल्लाह रे...वल्लाह रे !!<br />लेकिन यार,इतने सारे रंग एक ही साथ दिखा दोगे तो हम सब को तुमसे कुछ ज्यादा ही अपेक्षाएं हो जायेंगी....है ना.....?? "</b><br />… तो बताते - परखते रहें … आपकी अपेक्षाओं पर खरा उतर रहा हूं या नहीं ? :)<br /><br /># प्रवीण पाण्डेय जी, दौलत तो बचा कर ही रखते हैं :) आभार !<br /><br /># 'साहिल जी', शुक्रिया ! आपका प्यार मेरी दौलत है ।<br /><br /># शाहिद मिर्ज़ा "शाहिद" साहब, आपकी पारखी नज़र पाने पर मेरी लेखनी धन्य हुई ।<br /> 111111111111 की बधाई आपको भी :)<br /><br /># योगेन्द्रनाथ दीक्षित जी, आपका आगमन ही भाग्योदय का प्रतीक है । <br /> आशीर्वाद देते रहें हमेशा … आभार !<br /><br /># गौरव शर्मा जी"भारतीय", आपके आने से हमारा मज़ा द्विगुणित हो गया … प्रतीक्षा रहेगी अब … आइएगा ।<br /><br /># उपेन्द्र 'उपेन जी', आभार !<br /><br /># सतीश सक्सेना जी, अगर इन दिनों किसी के प्रति मेरे मन में अपराधबोध जैसा कुछ है तो वो आप हैं , या नीरज जी गोस्वामी । <br /> मेरे दोनों बड़े भाइयों के यहां मेरी हाज़िरी नहीं लग पा रही है । … लेकिन , विश्वास है कि आप दोनों का सस्नेह वरद हस्त मुझ पर सदैव बना रहेगा !Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-8735180186538506462011-01-16T15:41:18.827+05:302011-01-16T15:41:18.827+05:30# सदा जी, शुक्रिया ! आया कीजिए , कृपया !
# अनुप...# सदा जी, शुक्रिया ! आया कीजिए , कृपया !<br /><br /># अनुप्रिया जी, हौसलाअफ़ज़ाई का शुक्रिया ! फिर आइएगा ।<br /><br /># नीलेश जी, <br /> आप अगर साथ देने का वादा करो , मैं यूं ही मस्त नग़मे लुटाता रहूंगा … :)<br /><br /># मुकेश कुमार सिन्हा जी, आप जैसे प्यारे दोस्तों के दम से ही "पूरा ब्लॉगर" बनना संभव है । <br /> स्नेह हर हाल में बनाए रखें , कृपया !<br /><br /># शिखा जी, आप ता'रीफ़ करदें तो मेहनत की मज़्दूरी मिलने जैसा लगता है । <br /> वरद हस्त बनाए रखें । <br /><br /># दीप सैनी जी, बहुत बहुत आभार ! फिर आइएगा …<br /><br /># राज भाटिया जी, अब आपका स्नेह मिलने लगा है… धन्य मानता हूं स्वयं को ।<br /> आशीर्वाद बनाए रखें ।<br /><br /># दीप्ति जी, धन्यवाद ! आपके ब्लॉग पर तो आते ही रहेंगे … <br /> परीक्षाओं में सफलता मिलने पर मिठाई खिलाने भी ज़रूर बुलाइएगा <br /><br /># प्रदीप जी, बहुत बहुत शुभकामनाएं ! आभार !Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-34743102058733095632011-01-15T20:16:57.634+05:302011-01-15T20:16:57.634+05:30आप जैसे अच्छे लेखक को मैं कैसे ब्लॉक कर सकती हूं। ...आप जैसे अच्छे लेखक को मैं कैसे ब्लॉक कर सकती हूं। मेरा कोई फॉलोअर बने या न बने, जिसकी रचना मुझे अच्छी लगती है मैं जरूर पढ़ती हूं। अच्छा लेखन पढ़ना मुझे बहुत पसंद है और आप तो बहुत अच्छा लिखते हैं। ईश्वर आपको और अच्छा लिखने की प्रेरणा दे। आपकी कलम को ताकत मिले, यही दुआ है...ताकि हमें भी अच्छा पढ़ने को मिले...वीना श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09586067958061417939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-57366502945858186952011-01-15T20:06:44.773+05:302011-01-15T20:06:44.773+05:30राजेंद्र जी बहुत-बहुत बधाई...और नई बुलंदियां हासिल...राजेंद्र जी बहुत-बहुत बधाई...और नई बुलंदियां हासिल करें....<br />बहुत खूबसूरत ग़ज़ल कही है...<br />मक्ता बहुत अच्छा है...वीना श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09586067958061417939noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-25964923695856707922011-01-15T20:03:57.536+05:302011-01-15T20:03:57.536+05:30अच्छे सुझाव.अच्छे सुझाव.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-74862644501384489592011-01-15T18:00:47.541+05:302011-01-15T18:00:47.541+05:30आदरणीय राजेन्द्र स्वर्णकार जी
सादर प्रणाम
सब कुछ...आदरणीय राजेन्द्र स्वर्णकार जी <br />सादर प्रणाम <br />सब कुछ कह दिया है ..मेरे ब्लॉग जगत के साथियों ने ...मैं एक ही पंक्ति में कहना चाहूँगा ....नित नयी बुलादियाँ आप हासिल करें ....आपका अंदाज लाजबाब ..माफ़ी चाहूँगा देर से आने के लिए ...शुक्रियाकेवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-81570726106155995222011-01-15T17:36:56.564+05:302011-01-15T17:36:56.564+05:30सुन्दर ग़ज़ल और सुन्दर प्रस्तुति.सुन्दर ग़ज़ल और सुन्दर प्रस्तुति.PN Subramanianhttp://mallar.wordpress.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-78358944199337102352011-01-14T20:31:29.106+05:302011-01-14T20:31:29.106+05:30ek ek shabd nishabd karta hua....
bahut bahut bah...ek ek shabd nishabd karta hua....<br /><br />bahut bahut bahut sunder.......CS Devendra K Sharma "Man without Brain"https://www.blogger.com/profile/14027886343199459617noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-70230565400315699382011-01-14T18:31:59.874+05:302011-01-14T18:31:59.874+05:30आदरणीय राजेन्द्र जी ,
आपकी रचनाधर्मिता के बारे ...आदरणीय राजेन्द्र जी ,<br /><br /> आपकी रचनाधर्मिता के बारे में क्या कहना |<br /><br />हर रचना अपने आप में पूर्ण होती है आपकी |<br /><br />पोस्ट ग़ज़ल पूरी की पूरी बहुत अच्छी है ,इसका हर शेर भारी है -दमदार है -बेहतरीन है |<br /><br />आपकी आवाज़ तो चार चाँद ही लगा रही है |सुरेन्द्र सिंह " झंझट "https://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-29154852296395079392011-01-14T11:40:34.727+05:302011-01-14T11:40:34.727+05:30सुन्दर ग़ज़ल एवं बहुत अच्छी आवाज़|बधाई एवं शुभकामन...सुन्दर ग़ज़ल एवं बहुत अच्छी आवाज़|बधाई एवं शुभकामनायें| <br /><br />ज़माना लुटेरा है, आंसू ख़ज़ाना|<br />न यूँ ही ये दौलत लुटा दीजिएगा||<br /><br />- अरुण मिश्र.ARUN MISHRAhttps://www.blogger.com/profile/08311692074642363964noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-59053250498342016422011-01-14T10:50:54.275+05:302011-01-14T10:50:54.275+05:30वाह!! बहुत उम्दा गज़ल!! आनन्द आ गया.वाह!! बहुत उम्दा गज़ल!! आनन्द आ गया.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com