tag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post1304485096669351608..comments2023-10-31T15:59:18.615+05:30Comments on शस्वरं: कभी बुझती नहीं है तिश्नगी कुछ रेग़जारों की !Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttp://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comBlogger55125tag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-26269453022157026992011-05-31T17:49:09.116+05:302011-05-31T17:49:09.116+05:30गज़ब! क्या पिरोया है भावों को शब्दों में.. मज़ा आ ग...गज़ब! क्या पिरोया है भावों को शब्दों में.. मज़ा आ गया...<br /><br /><a href="http://bitspratik.blogspot.com/2011/05/blog-post.html" rel="nofollow">सुख-दुःख के साथी</a> पर आपके विचारों का इंतज़ार है..<br />आभारPratik Maheshwarihttps://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-23180193259929297412011-05-25T20:57:13.074+05:302011-05-25T20:57:13.074+05:30सुन्दर नज़्म | अच्छी लगी | साधुवाद एवं शुभकामनायें ...सुन्दर नज़्म | अच्छी लगी | साधुवाद एवं शुभकामनायें |<br />-अरुण मिश्र.ARUN MISHRAhttps://www.blogger.com/profile/08311692074642363964noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-69397566258370255172011-05-23T18:16:19.599+05:302011-05-23T18:16:19.599+05:30शिकस्त में जो मज़ा है वो जीत में कहाँ.
बहुत खूब ल...शिकस्त में जो मज़ा है वो जीत में कहाँ.<br /><br />बहुत खूब लिखा है ,राजेन्द्र भाई.<br />आपकी कलम को सलाम.विशालhttps://www.blogger.com/profile/06351646493594437643noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-1587211789402303682011-05-19T23:48:36.425+05:302011-05-19T23:48:36.425+05:30"पता करता हूं मैं कितनी निशस्तें और बाकी हैं ..."पता करता हूं मैं कितनी निशस्तें और बाकी हैं ?!<br />मेरी तक़्दीर में शायद शिकस्तें और बाकी हैं !!"<br /><br />सही कहा आपने ...<br />और ये पता करते करते जिन्दगी चुक जाती है...!***Punam***https://www.blogger.com/profile/01924785129940767667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-80650167842959211692011-05-19T17:55:34.236+05:302011-05-19T17:55:34.236+05:30वाह...वाह...वाह...
और आगे कुछ कहने को तो जी ही नह...वाह...वाह...वाह...<br /><br />और आगे कुछ कहने को तो जी ही नहीं चाह रहा...<br /><br />दिल को छू लेने वाली दिलकश नज़्म .....बहुत बहुत सुन्दर...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-82863570553149386962011-05-19T00:26:58.034+05:302011-05-19T00:26:58.034+05:30आदरणीय राजेंद्र जी प्रणाम
बहुत सुन्दर नज्म
सुंदर...आदरणीय राजेंद्र जी प्रणाम <br />बहुत सुन्दर नज्म <br />सुंदर रचना ...विचारों की गहन अभिव्यक्ति.<br />आपकी पोस्ट पर आके बहुत कुछ सिखने को मिल रहा है. <br />धन्यवाद आपका!!मदन शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07083187476096407948noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-20945393058227038142011-05-19T00:23:49.480+05:302011-05-19T00:23:49.480+05:30आदरणीय राजेंद्र जी प्रणाम
बहुत सुन्दर नज्म
सुंदर...आदरणीय राजेंद्र जी प्रणाम <br />बहुत सुन्दर नज्म <br />सुंदर रचना ...विचारों की गहन अभिव्यक्ति.<br />आपकी पोस्ट पर आके बहुत कुछ सिखने को मिल रहा है. <br />धन्यवाद आपका!!मदन शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07083187476096407948noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-21124020004230176982011-05-19T00:23:48.061+05:302011-05-19T00:23:48.061+05:30आदरणीय राजेंद्र जी प्रणाम
बहुत सुन्दर नज्म
सुंदर...आदरणीय राजेंद्र जी प्रणाम <br />बहुत सुन्दर नज्म <br />सुंदर रचना ...विचारों की गहन अभिव्यक्ति.<br />आपकी पोस्ट पर आके बहुत कुछ सिखने को मिल रहा है. <br />धन्यवाद आपका!!मदन शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07083187476096407948noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-43743978200572055332011-05-18T14:03:47.930+05:302011-05-18T14:03:47.930+05:30बहुत खूबसूरत नज़्म....
हर पंक्ति लाजवाब.....
भाव ...बहुत खूबसूरत नज़्म....<br /><br />हर पंक्ति लाजवाब.....<br /><br />भाव और शिल्प .....दोनों में बेजोड़ <br /><br />...................बहुत-बहुत बधाई राजेन्द्र जी !सुरेन्द्र सिंह " झंझट "https://www.blogger.com/profile/04294556208251978105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-82610716053085293672011-05-18T00:28:39.183+05:302011-05-18T00:28:39.183+05:30# रचना जी ,अरे अरे अरे !:) आपका इतना तारीफ़ करना …...# रचना जी ,अरे अरे अरे !:) आपका इतना तारीफ़ करना … <br />मुझसे कुछ कहते नहीं बन रहा … आइएगा आगे भी !<br /><br /># प्रियवर कौशलेन्द्र जी , आपके अंदाज़ ही निराले हैं ! <br />और तो कुछ नहीं पता, हां, आपकी टिप्पणी ने ज़रूर मेरा दिल चुरा लिया है :)<br />स्नेह-संपर्क बनाए रहें … आभार!<br /><br /># आदरणीया मीनू भगिया जी , शुक्रिया ! आभार !<br /><br /># हीरजी ,<br /># ise apni aawaaz bhi de dijiye ...... <br /><br />दी तो है …<br />आपको सुनाई भी दे रही है <br /><br />कैसी लगी नज़्म ? <br />हा हाऽऽ …मज़ाक कर रहा हूं … <br />आगे किसी रचना को गा'कर लगाऊंगा … वादा !<br /><br /># राजीव पांछी जी , आपके आने का शुक्रिया !<br />फिर आइएगा …<br /><br /># भाई इंद्रनील जी , आपका बहुत बहुत आभार ! <br /><br /># आदरणीया सदा जी , पधारने का हृदय से धन्यवाद !<br /><br /># आदरणीया माहेश्वरी कानेरी जी , बहुत धन्यवाद!<br /><br /># भाई विनोद कुमार पांडेय जी , स्नेह-सम्मान के लिए आभारी हूं ।<br /><br /># भूषण जी , प्रणाम … और आभार !<br /><br /># दीदी रश्मि प्रभाजी , प्रणाम !आने का शुक्रिया !Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-40351277323657673212011-05-18T00:27:09.195+05:302011-05-18T00:27:09.195+05:30# प्रतुल जी
किसी की टिप्पणी जो आह भरती , वाह करती...# प्रतुल जी <br /><b>किसी की टिप्पणी जो आह भरती , वाह करती है <br />वो रचनाकार के गुण से हमें आगाह करती है </b> <br />:)<br /><br /># दिवस दिनेश गौड़ जी , आभार !<br /><br /># सतीशजी भाईसाहब , प्रणाम !<br />आपकी शुभकामनाओं के दम पर ही हैं हम … :)<br /><br /># बहन तृप्ति जी , मातृ-शक्ति को मैं सदैव प्रणाम करता हूं … <br />और आप उल्टे मुझे …:)<br />समय निकाल कर आ जाया कीजिए प्लीज़ …<br /><br /># CS देवेन्द्र K शर्मा "Man without Brain" :)<br />शुक्रिया ! <br />हां , शिकस्त न हो तो रचना कौन करे फिर ?<br />आते रहा करो दोस्त !<br /><br /># <b>शस्वरं </b> शब्द संक्षिप्तिकरण है <br />हैडर पर देखें<b> शब्द + स्वर + रंग </b> इन तीन शब्दों के पहले अक्षरों <b> श+ स्व + रं </b>को ले'कर बना है …<br />आपने पूछा मुझे अच्छा लगा । <br />ब्लॉग के शुरूआती दिनों में आचार्य संजीव वर्मा सलिल जी <br />और फिर रूप चन्द्र शास्त्री मयंक जी ने भी तथा एक दो अन्य ब्लॉगर्स ने भी <br />इस संबंध में उत्सुकता ज़ाहिर की थी ।<br /><br /># आदरणीया राजेश कुमारी जी , प्रणाम !बहुत बहुत शुक्रिया !<br />आपका हमेशा हर पोस्ट पर इंतज़ार रहता है …<br /><br /># विरेन्द्र सिंह चौहान जी , <br />धन्यवाद … आभार … सब शब्द छोटे हैं आपके स्नेह के सामने मेरे भाई !<br />सम्हाल लिया कीजिए … … …<br /><br /># आदरणीया अनिता जी , प्रणाम !<br />कृतज्ञ हूं … <br /><br /># रजनीश तिवारी जी , आपकी प्रोफाइल नहीं खुल रही …<br />आपके कमेंट ने आनन्द दिया …<br />अभी ख़ुशफ़हमी ही पाल लेता हूं कि <b>बेख़ूबी </b> अनजाने में छपा है <br />आप<b> ख़ूबी </b> ही कहना चाह रहे होंगे …:) <br />आपकी प्रतिक्रिया सर-आंखों पर … <br /><br /># सुमन मीत जी , स्वागत है हृदय से ! <br />मैं कई बार आया हूं आपके यहां … बिना जोड़-तोड़ किए कि आप आईं या नहीं :)<br />अब आपका आना होता रहेगा … यह मेरे लिए बहुत बड़ा उपहार है …Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-85368704154871522022011-05-17T19:23:49.745+05:302011-05-17T19:23:49.745+05:30takdeer me shikasten aur baaki hain .....bahut hi ...takdeer me shikasten aur baaki hain .....bahut hi amazing rachna haiरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-21362927997075968092011-05-17T08:26:18.609+05:302011-05-17T08:26:18.609+05:30कहाँ महफ़ूज़ रख पाऊँगा तेरी मुस्कराहट मैं--
बहुत...कहाँ महफ़ूज़ रख पाऊँगा तेरी मुस्कराहट मैं-- <br /><br />बहुत ही सुंदर नज़्म राजेंद्र जी.Bharat Bhushanhttps://www.blogger.com/profile/10407764714563263985noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-20209247742802347622011-05-16T21:18:55.428+05:302011-05-16T21:18:55.428+05:30राजेंद्र जी, प्रणाम
आपकी रचनाओं में सब कुछ होता ह...राजेंद्र जी, प्रणाम<br /><br />आपकी रचनाओं में सब कुछ होता है..भाव,शब्द,विचार,ज्ञान और मनोरंजन भी..क्यों ना हम बार बार पढ़े..आज की प्रस्तुति भी कमाल की..<br /><br />प्रणाम स्वीकारें....रचना बहुत अच्छी लगी....धन्यवादविनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-64105880011663281492011-05-16T19:53:14.781+05:302011-05-16T19:53:14.781+05:30बहुत सादगी से दिल की बात रख दी बहुत सुन्दर धन्यवा...बहुत सादगी से दिल की बात रख दी बहुत सुन्दर धन्यवादMaheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-38600941587455678782011-05-16T16:36:42.527+05:302011-05-16T16:36:42.527+05:30इस बेहतरीन शब्द रचना के लिये आपका बहुत-बहुत आभार ...इस बेहतरीन शब्द रचना के लिये आपका बहुत-बहुत आभार ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-65124577503631165452011-05-16T14:30:05.193+05:302011-05-16T14:30:05.193+05:30राजेंद्र जी,
इस बेहतरीन रचना और तदोपर हमेशा कि तरह...राजेंद्र जी,<br />इस बेहतरीन रचना और तदोपर हमेशा कि तरह दिलकश प्रस्तुति के लिए आभार ...<br />आपकी माताजी का स्वास्थ में और बेहतरी हो यही कामना है ...Indranil Bhattacharjee ........."सैल"https://www.blogger.com/profile/01082708936301730526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-16954367560230392622011-05-16T10:03:30.563+05:302011-05-16T10:03:30.563+05:30Rajendra ji ....
Really very nice NAZM. Congrats....Rajendra ji ....<br /><br />Really very nice NAZM. Congrats.Rajeev Panchhihttps://www.blogger.com/profile/15602782114264816452noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-19152554842087349042011-05-16T07:48:31.639+05:302011-05-16T07:48:31.639+05:30ise apni aawaaz bhi de dijiye ......ise apni aawaaz bhi de dijiye ......हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-68505318127696339352011-05-16T05:28:39.680+05:302011-05-16T05:28:39.680+05:30waah rajendra ji ,
tere hisse ka jitna hun , pada...waah rajendra ji , <br />tere hisse ka jitna hun , pada hun main girvi , kya baat haiMinoo Bhagiahttps://www.blogger.com/profile/18351562434440592523noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-88231918017820352902011-05-16T03:07:51.117+05:302011-05-16T03:07:51.117+05:30तेरे हिस्से का जितना हूँ .......पड़ा हूँ मैं कहीं ...तेरे हिस्से का जितना हूँ .......पड़ा हूँ मैं कहीं गिरवीं ....उफ़ ! मोहब्बत में इमानदारी की नायाब नजीर पेश करदी है आपने ...नज़्म की हर पंक्ति उतरती चली गयी.......मगर शिकस्त की बात क्यों करते हैं ज़नाब ? शह और मात का खेल ही तो है ज़िंदगी. <br />मैं भी आपके हिस्से का कहीं गिरवीं पड़ा हूँ .......अपने हिस्से को सम्हाल कर रखियेगा. मैं समझ नहीं पा रहा हूँ कि आपकी इस नज़्म ने मुझे चुरा लिया है या मैंने इस नज़्म की आत्मा को चुरा लिया है ......बड़ी मुश्किल में डाल दिया है आपने ...ख़ैर पता करता हूँ किसने किसको चुरा लिया है ...पता लगते ही इत्तिला करूंगा आपको भी. माता जी को प्रणाम कहिएगा.बस्तर की अभिव्यक्ति जैसे कोई झरनाhttps://www.blogger.com/profile/11751508655295186269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-64791120385143320822011-05-15T21:32:41.316+05:302011-05-15T21:32:41.316+05:30aap ki nazm me ek tajgi hai .madhurta hai shdon ka...aap ki nazm me ek tajgi hai .madhurta hai shdon ka to kya kahen <br />bahut khoob.aap mere blog pr aaye aap ka bahut bahut dhnyavad<br />saader<br />rachanaRachanahttps://www.blogger.com/profile/15249225250149760362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-75181837455489478972011-05-15T21:26:58.061+05:302011-05-15T21:26:58.061+05:30waah bahut khoob .....
pahli baar aai hun aapke bl...waah bahut khoob .....<br />pahli baar aai hun aapke blog par ...ab aana hota rahega..सु-मन (Suman Kapoor)https://www.blogger.com/profile/15596735267934374745noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-19202387802530635022011-05-15T19:42:06.664+05:302011-05-15T19:42:06.664+05:30आपकी रचना की हर एक लाइन अपनी बात बेखूबी से और अच्छ...आपकी रचना की हर एक लाइन अपनी बात बेखूबी से और अच्छे अंदाज़ में कहती है । पढ़कर अच्छा लगा । धन्यवाद ।रजनीश तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/10545458923376138675noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-41141389007978609052011-05-15T19:00:38.312+05:302011-05-15T19:00:38.312+05:30बेहद सुंदर कृति, बहुत बहुत बधाई !बेहद सुंदर कृति, बहुत बहुत बधाई !Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.com