tag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post2987864621794371252..comments2023-10-31T15:59:18.615+05:30Comments on शस्वरं: प्यारो न्यारो ये बसंत है !Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttp://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comBlogger124125tag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-65382821495757917352021-02-15T10:47:28.359+05:302021-02-15T10:47:28.359+05:30आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द&qu...<i><b> आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" मंगलवार 16 फरवरी 2021 को साझा की गयी है....<a href="http://halchalwith5links.blogspot.com/" rel="nofollow"> पाँच लिंकों का आनन्द पर </a>आप भी आइएगा....धन्यवाद! </b></i>yashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-86824917051014147332013-01-21T16:13:13.254+05:302013-01-21T16:13:13.254+05:30Very nice post. I just stumbled upon your weblog a...Very nice post. I just stumbled upon your weblog and wished to say that I've truly enjoyed surfing around your blog posts. In any case I'll be subscribing to your <br />rss feed and I hope you write again very soon!<br /><i>Feel free to visit my webpage</i> <b><a href="http://ashlynnbrookeblog.thumblogger.com" rel="nofollow">company homepage</a></b>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-88425695949330813842012-03-12T09:32:12.224+05:302012-03-12T09:32:12.224+05:30वसंत का इतना सुंदर स्वागत आपने अपनी इस पोस्ट में क...वसंत का इतना सुंदर स्वागत आपने अपनी इस पोस्ट में किया है की तारीफ के लिये शब्द कम पड़ते है, बहुत बहुत बधाई!धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-41078753955070629602011-04-15T18:57:52.663+05:302011-04-15T18:57:52.663+05:30बसंत के सभी रंगो को सुन्दर ठंसे बिखेरा है धन्यवादबसंत के सभी रंगो को सुन्दर ठंसे बिखेरा है धन्यवादmaheshwari kanerihttp://kaneriabhivainjana.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-34951899344800673872011-03-20T07:19:41.096+05:302011-03-20T07:19:41.096+05:30आपको होली की हार्दिक शुभकामनाएं,
असल में आपका ब्ल...आपको होली की हार्दिक शुभकामनाएं,<br /><br />असल में आपका ब्लॉग "अपना ब्लॉग" में सम्मिलित नहीं है इसलिए आपके लेख नहीं पढ़ पाया <br /><br />अच्छा लिखा है आपने <br /><br /><a href="http://yogendra-soft.blogspot.com/2011/03/blog-post_19.html" rel="nofollow">कमेन्ट में लिंक कैसे जोड़ें?</a>Dr. Yogendra Palhttps://www.blogger.com/profile/15028175080069734310noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-12856450505131525842011-03-20T04:19:20.457+05:302011-03-20T04:19:20.457+05:30# आभारी हूं समीर जी ! आपको भी होली मुबारक !# आभारी हूं समीर जी ! आपको भी होली मुबारक !Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-14393779208223210872011-03-20T03:40:30.198+05:302011-03-20T03:40:30.198+05:30आपको एवं आपके परिवार को होली की बहुत मुबारकबाद एवं...आपको एवं आपके परिवार को होली की बहुत मुबारकबाद एवं शुभकामनाएँ.<br /><br />सादर<br /><br />समीर लालUdan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-78172464473649415842011-03-07T00:12:48.149+05:302011-03-07T00:12:48.149+05:30# अपर्णा जी 'पलाश' बासंती धन्यवाद ! :)
# ...# अपर्णा जी 'पलाश' बासंती धन्यवाद ! :)<br /><br /># राजेश कुमारी जी , मेरे सारे क्रिएशन को पसंद करने के लिए हृदय से आभारी हूं ।<br /><br /># क्षितिजा जी , मेरे शब्द और स्वर आपको पसंद आते हैं , यह मेरा सौभाग्य है ।<br /> आपको लगा 'मानो बसंत स्वयं मेरे ब्लॉग में समा गया हो' … और मैं जोड़ना चाहूंगा कि आप जैसे सुंदर सुगुणी के आने से बहार भी :) <br />साहब को मेरा नमस्कार कहिएगा … और कभी मेरी कोई रचना सुनने के लिए भी …<br /><br /># शिवकुमार जी शिवा , हार्दिक स्वागत ! आगे भी आते रहें … अवश्य ही मैं आपके यहां आता रहूंगा ।<br /><br /># संध्या जी , :) आपके आने से मेरे ब्लॉग की ख़ूबसूरती और बढ़ गई … शुक्रिया !<br /><br /># "सेहर"जी , अपने आप को बहुत ख़ुशक़िस्मत मानता हूं …<br />आप गिनती के ब्लॉग्स पर जाती हैं <br />कवित्त का अंश आपके नाम …वारी जाऊं , निज भाग्य को सराहूं … :)<br /><br /># अदाजी , ब्लॉग जगत की हसीनतरीन सुर साम्राज्ञी , जिनकी आवाज़ पर मैं फ़िदा … !<br />मेरी आवाज़ की ता'रीफ़ के लिए शुक्रिया , नवाज़िश !<br /><br /># समीर जी , जहां आप पहुंच गए प्राणवायु स्वतः ही संचरण करने लगती है … :)<br />आपकी पुस्तकें मिल गईं … आभार !<br /><br /># अमरेन्द्र जी , धन्यवाद !<br /><br /># अजमानी जी , हार्दिक स्वागत ! अब तो आना जाना लगा ही रहेगा …<br /><br /># इस्मत ज़ैदी जी , <b>ब्लॉग जगत इस ब्लॉग के कारण बासंती बयार से इत्र आमेज़ हो गया </b> आपके इस बिग कमेंट से निहाल हुआ … शुक्रिया !<br />आपको भी मंगलकामनाएं !<br /><br /># विजय कुमार जी , अरे साहब , ता'रीफ़ आपकी जो यहां पधारे …<br /><br /># सुरिंदर रत्ति जी , हार्दिक स्वागत ! अभिनन्दन !<br />आपके पुनः पधारने की प्रतीक्षा रहेगी …<br /><br /># देवमणी पाण्डेय जी , आभारी हूं । <br />आपका यह कहना कि<b>आपने तो पदमाकर की याद दिला दी </b>आप जैसे विद्वान की ऐसी उत्साहवर्द्धक प्रतिक्रिया मिलना गर्व और सौभाग्य की बात है ।<br /><br /># अमिताभ जी , आपकी सूक्ष्म परख-दृष्टि का कायल हूं … आभार !<br /><b> मेरे कवित्त पढ़ते हुए आप जैसे कलाविद समीक्षक को हरिऔध जी की स्मृति हो आना </b> मेरी रचना को सरस्वती की ओर से बहुत बड़ा उपहार और आशीर्वाद है ।<br />हरिऔध जी की स्मृतियों को मेरा भी प्रणाम ! <br />देर कुछ नहीं … आप आ कर देख लें तो तसल्ली हो जाती है …<br /><br />और नेट समस्या के बावजूद दुबारा प्रोत्साहित करने में आपका मेरे प्रति अतिशय स्नेह है … <br /><br /># अरुण मिश्र जी , प्रणाम ! आप जैसे छंद के उद्भट गुणी , सशक्त हस्ताक्षर आ'कर परखें तो लेखन निखरता है … आभार !<br /><br /># पुनम जी , सुस्वागतम् ! इतने ख़ूबसूरत अंदाज़ में प्रतिक्रिया पा'कर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं … <br />सच ये टिप्पणी नहीं , आपका स्नेह है … बड़प्पन है … अपनत्व है !<br />मन से आभारी हूं …<br /><br />हां, समय निकाल कर सुनिएगा अवश्य !<br /><br /># केशवेन्द्र जी , हार्दिक स्वागत है ! आप जैसे ख़ूबसूरत रचनाकार की प्रतिक्रिया पा'कर बहुत अच्छा लगा ।<br />यह सिलसिला बना रहे … आते रहें !Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-22191561062789085602011-03-06T20:40:37.114+05:302011-03-06T20:40:37.114+05:30राजेंद्र जी, आपकी इस कविता को पढ़ कर मन बसंती हो गय...राजेंद्र जी, आपकी इस कविता को पढ़ कर मन बसंती हो गया. क्या सुंदर शब्द चयन और लय-ताल-छंद का ख्याल रखा है आपने...ऐसी जीवनगंधी कविताएँ ही कविता के प्रति लोगों की रूचि को बनाये रख सकती हैं. आपके लेखन-गायन-चित्रण के लिए ढेर सारी शुभकामनाएँ.KESHVENDRA IAShttps://www.blogger.com/profile/08624176577796237545noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-12712165147229681602011-03-06T01:24:03.552+05:302011-03-06T01:24:03.552+05:30राजेन्द्रजी....
१११ टिप्पणियों के बाद
मैं इसे ट...राजेन्द्रजी....<br /><br />१११ टिप्पणियों के बाद <br /><br />मैं इसे टिप्पणी नहीं कहूँगी....!!<br />तारीफ कहा जाना उपयुक्त होगा !<br />शायद इसे पढ़ने का सही समय अब आया है मेरे लिए !!<br />पढ़ने के साथ ही लगा कि कोई खुशबू का झोंका <br />छू गया और आस-पास फूल ही फूल खिल गए....!!<br />आपकी आवाज़ में अभी नहीं सुन सकी हूँ, <br />समय निकाल कर फुर्सत में सुनूंगी....!!<br />अभी तो पढ़ कर जो आनंद आया है...<br />उसी को महसूस कर रही हूँ......!!<br /><br />खूबसूरत के अलावा कोई शब्द नहीं है !!***Punam***https://www.blogger.com/profile/01924785129940767667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-6008071430531529622011-03-03T03:16:07.659+05:302011-03-03T03:16:07.659+05:30प्रिय राजेन्द्र जी,
शस्वरं पर आपके वासन्ती ...प्रिय राजेन्द्र जी,<br /> शस्वरं पर आपके वासन्ती कवित्त पढ़े/सुने। सभी अच्छे हैं। <br />आपका मुग्ध कर देने वाला घन-गम्भीर स्वर गज़ब का आकर्षण रखता है। <br />छन्द-प्रवाह पढ़ने की अपेक्षा सुनने में अधिक है। तीसरे कवित्त के प्रथम चार पंक्तियों में अपेक्षाकृत बेहतर छन्द-प्रवाह है। <br />बेहतरी की गुंजाइश सभी में और सदैव रहती है। कविता के प्रति आपकी लगन और प्रयास दोनो ही सराहनीय हैं। <br /><br />मैं आपका प्रशंसक हूं । शुभकामनायें।<br /><br />- अरुण मिश्र.<br /><br />पुनश्च : कनेक्टिविटी की समस्या के कारण उत्तर देने में विलम्ब हुआ है,<br />क्षमा करेंगे।arun mishrahttp://www.blogger.com/profile/08311692074642363964noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-69296696469859697462011-03-03T02:57:15.308+05:302011-03-03T02:57:15.308+05:30बहुत ही रंगीन ब्लॉग है आपका!! छोटे बच्चों का स्कूल...बहुत ही रंगीन ब्लॉग है आपका!! छोटे बच्चों का स्कूल याद आ गया. आशा करती हूँ ऐसी रंगीनियाँ मेरे देश के गरीब लोगों के जीवन में भी भर जाएँ!Giribalahttps://www.blogger.com/profile/11481010044909052232noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-9887287621865057162011-03-02T20:43:04.356+05:302011-03-02T20:43:04.356+05:30राजेन्द्रजी,
यकीन मानिये आपकी आवाज़ ने मुझे मोह ल...<b> राजेन्द्रजी, <br />यकीन मानिये आपकी आवाज़ ने मुझे मोह लिया।<br /> देर रात तक सुनता रहा "पवन सुहावनी है........"<br /> सुनता रहा..सुनता रहा...और आवाज़ की जो कशिश है उसमे खोया रहा।<br /> बहुत दिनों बाद किसी आवाज़ ने मुझे आनंद दिया है। ईश्वर आपको हमेशा सफल रखे। <br />यह सिर्फ उसकी ही कृपा है जो लेखन, कला के साथ साथ उसने आपको आवाज़ भी सौंपी है..। <br />आप निश्चित रूप से धन्य हैं। <br />उसकी कृपा को सदमार्ग पर लगाये रखें। <br /><br />अमिताभ</b><br /><br />जो राह चुनी तूने उसी राह पे राही चलते जाना रे...अमिताभ श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/12224535816596336049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-70920253325581314442011-03-02T15:34:02.444+05:302011-03-02T15:34:02.444+05:30प्रिय भाई राजेंद्र, बसंत की तरह सारे कवित्त रंग-बि...प्रिय भाई राजेंद्र, बसंत की तरह सारे कवित्त रंग-बिरंगे और मनभावन हैं। आपके यहाँ शब्द,भाव और दृश्य का बहुत सुंदर और कलात्मक तालमेल है। बधाई ! आपने तो पदमाकर की याद दिला दी- बनन में, बागन में, बागरयो बसंत है....devmani pandeynoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-23207991212607732172011-03-02T01:43:16.075+05:302011-03-02T01:43:16.075+05:30आदरणीय अविनाश चंद्र जी
नमस्कार !
आपसे संपर्क के ल...<b> आदरणीय अविनाश चंद्र जी<br />नमस्कार !<br /><br />आपसे संपर्क के लिए कोई सूत्र नहीं मिल रहा , न तो आपके ब्लॉग पर टिप्पणी का ऑप्शन है , न ही आपकी मेल आईडी है … संभव हो तो इस संदेश को देखने के बाद संपर्क करें मेल भेज कर ।<br /><br />यह संदेश तो आपका संपर्क सूत्र मिलते ही मिटा दूंगा … </b>Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-39971950146223500732011-03-02T01:26:16.009+05:302011-03-02T01:26:16.009+05:30सभी कवित्त अत्यंत सुन्दर हैं और चित्र भी बहुत मनमो...सभी कवित्त अत्यंत सुन्दर हैं और चित्र भी बहुत मनमोहक।<br />और आपकी आवाज पर कुछ कहना मेरे लिए संभव नहीं।<br /><br />शुभकामनाएँ इस काव्य को, उल्लास को!<br />आभारAvinash Chandrahttps://www.blogger.com/profile/01556980533767425818noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-82784622347782327272011-03-01T23:41:09.585+05:302011-03-01T23:41:09.585+05:30राजेन्द्रजी,
105 टिप्पणियों के बाद कुछ बचता है क्...राजेन्द्रजी,<br /><br />105 टिप्पणियों के बाद कुछ बचता है क्या लिखना? सच कहूं तो आपकी रचनायें मुझे हिन्दी के श्रेष्ठतम कवियों की याद दिला जाती हैं। जब मैं यह पढ रहा था तो यकायक मुझे हरिऔध जी की स्मृति हो आई, उनकी कुछ पंक्तियों ने मुझे नहला सा दिया...कि- " अलिकुल अहै केलि-रत बन पुलकित,<br /><br />द्रुम बना नवल दलों से छबिवंत है।<br /><br />मंद मंद बहत मनोरम समीर अहै,<br /><br />सरस सुवास से सुवासित दिगंत है।<br /><br />'हरिऔध' रसिक-समूह मंजु मानस कौ,<br /><br />मोहित करत रति-कामिनी कौ कंत है।<br /><br />कंज कलितांगन मैं ललिता लतागन मैं,<br /><br />बनन मैं बागन मैं बगर्यो बसंत है।"<br /><br />बसंत रितु पर बासंती रस प्राप्त हुआ। धन्यवाद। देर से आया आपके ब्लॉग पर क्षमा चाहूंगा।अमिताभ श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/12224535816596336049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-89399684952400642642011-03-01T15:15:58.695+05:302011-03-01T15:15:58.695+05:30Rajender Ji,
Namaskaar,
Basanti Kavitt Bahut Hi ...Rajender Ji,<br /><br />Namaskaar,<br /><br />Basanti Kavitt Bahut Hi Man Bhyaa, Badhaai.<br /><br />Surinder Ratti<br />MumbaiSURINDER RATTIhttps://www.blogger.com/profile/16463726937474940326noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-57179085232643996102011-03-01T15:11:53.993+05:302011-03-01T15:11:53.993+05:30kavita ki taarif karun , ya aapke blog ki ya aapke...kavita ki taarif karun , ya aapke blog ki ya aapke dwara gaye chune hue rango ki ,, kya kahun ,, man me bas gayi aapki ye kavita ,meri shubhkaamanye sweekar kare..vijay kumar sappattihttps://www.blogger.com/profile/06924893340980797554noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-12219552634653380642011-03-01T14:32:33.686+05:302011-03-01T14:32:33.686+05:30poora mahaul basanti ho gaya rajendr ji ,
blog jag...poora mahaul basanti ho gaya rajendr ji ,<br />blog jagat is blog ke karan basanti bayar se itr amez ho gaya <br />bahut sundar kavitt hain sare visheshtaya doosra wala ,bahut ravani hai ismen <br /><br />vasant ritu ke sath sath mahashivratri ki bahut bahut badhaiइस्मत ज़ैदीhttps://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-27311325130602608792011-03-01T14:32:30.861+05:302011-03-01T14:32:30.861+05:30poora mahaul basanti ho gaya rajendr ji ,
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sir ji meri basan...basant ritu par sunder prastuti<br /><br />sir ji meri basant ritu par likhi kavita ka adhayyan kar guide line karenge dhanyawaad <br /><br />aur bhagat sukhdev raajguru kavita par pratikiya ke liye thanxAJMANI61181https://www.blogger.com/profile/08238801458994718027noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-24847944594924353602011-03-01T10:03:05.189+05:302011-03-01T10:03:05.189+05:30बहुत सुन्दर तस्वीर और हार्दिक शुभकामनाएंबहुत सुन्दर तस्वीर और हार्दिक शुभकामनाएंamrendra "amar"https://www.blogger.com/profile/00750610107988470826noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-88014870836586910752011-03-01T03:15:06.408+05:302011-03-01T03:15:06.408+05:30कवित्त भी रुत के समान ही मनभावनी है, बहुत बधाई एवं...कवित्त भी रुत के समान ही मनभावनी है, बहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ.<br /><br />आपकी आवाज ने आनन्दित कर दिया.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8464474780384268131.post-87929894398570847152011-02-28T21:13:31.894+05:302011-02-28T21:13:31.894+05:30बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति है आपकी...एकदम रंग बिरंगी...बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति है आपकी...एकदम रंग बिरंगी...<br />अच्छा लगा यहाँ आना...और आपकी आवाज़ तो बस माशाअलाह है..<br />आपका शुक्रिया..स्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.com