गुरुपूर्णिमा मंगलमय हो
लगभग दो वर्ष के लंबे अंतराल के पश्चात् परम श्रद्धेय स्वामीजी संवित् सोमगिरि जी महाराज के दर्शन करने (अभी 1 जुलाई) को गया तो मन भावुक हो उठा था...
इन दो वर्षों में मेरी माताजी के अलावा संगीतज्ञ डॉ. रामेश्वर आनंद जी सोनी, शिक्षाविद लेखक द्वय रामनरेश जी सोनी एवं डॉ. किरण नाहटा जी का देहावसान हुआ । सभी का मुझ पर अत्यधिक स्नेह रहा और सबका मैं गुरु की तरह सम्मान करता था ।
सभी पुण्यात्माओं को
श्रद्धा सहित प्रणाम
शत शत वंदन नमन