ब्लॉग मित्र मंडली

24/10/11

है कामना… हो आपके , हर दिन नई दीपावली !

श्री महालक्ष्मये नमः
शुभ दीपावली !

सम्मान , यश , वैभव बढ़े  हो हर्षमय दीपावली !
समृद्धि , सुख , सौभाग्य लाए हो सुखद दीपावली !
आह्लादमय , अनुरागमय , अनुकूल , शुभ दीपावली !
मंगलमयी दीपावली ! आनंदमय दीपावली !
सरताज सब त्यौंहार-पर्वों का यही दीपावली !
जग के लिए लाती सभी सुख , हर ख़ुशी दीपावली !
लो , आ गई दीपावली ! मन भा गई दीपावली !
है कामना… हो आपके , हर दिन नई दीपावली !
छोड़ो उदासी खिन्नता , हंसना-हंसाना सीखलो !
कुछ मुस्कुराना सीखलो , ग़म को भुलाना सीखलो !
सरगम बजे है सांस की ; तुम गुनगुनाना सीखलो !
कहते दिवाली के दिये अब जगमगाना सीखलो !
सब भाग्य पर निर्भर ; विषमता से भरा संसार है !
धनवान हैं उनके लिए तो वर्ष भर त्यौंहार है !
पर दीनजन का भी सुखों पर , हर्ष पर अधिकार है !
त्यौंहार , उत्सव , पर्व रब का दीन को उपहार है !
श्रीराम ने लंका-विजय कर’ धर्म को स्थापित किया !
लक्ष्मण सहित उद्यत हुए घर लौटने ; संग थी सिया !
दुखिया अयोध्या ने जलाया वर्ष चौदह तक हिया !
घर-घर जले घृत-दीप अब , भू को प्रकाशित कर दिया !
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar
दीपावली शुभकामना के इन छंदों का नाम हरिगीतिका है 
आशा है , आपको रुचिकर लगे होंगे
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एक बार पुनः
* धनतेरस * रूपचौदस * दीवाली * गोवर्धन पूजा * भाई दूज *
के लिए
मंगलकामनाएं ! बधाइयां ! शुभकामनाएं !