नव पल्लव , नव कुसुम , नव गंध और नव गात !
रजनी रसमय रंगिणी , प्रमुद प्रफुल्ल प्रभात !!
सुरभित पवन , सुहावनी धरा , स्वच्छ आकाश !
जल अमृत , रुचिकर अनल , …मुसकाए मधुमास !!
ले निज बिस्तर बोरिया , शरद चला बेहाल !
ॠतुपति के संस्पर्श से चहके धरा निहाल !!
- राजेन्द्र स्वर्णकार
(c)copyright by : Rajendra Swarnkar Bikaner
प्रस्तुत है
बसंत ॠतु के आगमन पर मां सरस्वती के चरणों में वंदन
नमो शारदे
जय वागीशा हंसवाहिनी ,महाश्वेता ब्रह्मचारिणी !
नमो शारदे प्रज्ञा शुक्ला वीणा - वाङ्मय - धारिणी !!
वाग्देवी ! अमृत - वर्षा कर' जीवन मधुमय करदो मां !
मंदमति हैं , मूढ़ हैं ; हममें ज्ञान - वारिधि भरदो मां !
हरो दयानिधि ! मन - मस्तक का कीच - कलुष तमहारिणी !
नमो शारदे प्रज्ञा शुक्ला वीणा - वाङ्मय - धारिणी !!
रखदो वरद - हस्त हम पर , हे सर्वगुणाधिष्ठात्री !
कला सृजन संगीत में समृद्ध करो हमें , हे मातुश्री !
शुभ्र प्रकाशित जीवन करदो , मंगलमयी शुभकारिणी !
नमो शारदे प्रज्ञा शुक्ला वीणा - वाङ्मय - धारिणी !!
- राजेन्द्र स्वर्णकार
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सुनिए यह सरस्वती वंदना मेरे स्वर मेरी कंपोजीशन में
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आप सबको
बसंत पंचमी की
बधाइयां और शुभकामनाएं !
62 टिप्पणियां:
आदरणीय राजेन्द्र स्वर्णकार जी
नमस्कार !
वसंत पंचमी की ढेरो शुभकामनाए
priya rajendra ji ,
namskar ,
sndar shabdon ka chayan .thoda klisht
hai par puratan bhavon ka pradarshan
man , mastshk ko jhankrit kar gaya .
dhanyavad .
नमन है माँ के चरणों में.
माँ सरस्वती का आशीष आपकी कलम और जिव्हा दोनों पर है.
आपकी आवाज़ में वंदना सुन कर सर अपने आप झुक जाता है.
सच पूछे भाई, आँखे बंद कर आप की गंभीर आवाज़ सुन रहा हूँ.
और आँखें खोलने का मन ही नहीं कर रहा है.
माँ सरस्वती की कृपा आप पर सदैव बनी रहे.
आपको भी बधाई.सलाम.
आप को भी वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनायें!
बसंत पंचमी की ढेरों बधाईयाँ एवं शुभकामनाएं!
शुभप्रभात राजेन्द्र भाई !
सुबह सुबह माँ दर्शन करवा दिए ! आभार !
वैसे भी मुझे शारदा की बहुत जरूरत थी :-)))...जो शारदा पुत्र राजेंद्र की कृपा से मिल गयी !
सादर
माँ शारदे को नमन।
शुभ्र प्रकाशित जीवन करदो , मंगलमयी शुभकारिणी !
नमो शारदे प्रज्ञा शुक्ला वीणा - वाङ्मय - धारिणी !!
..बहुत सुन्दर स्तुति
आपको भी बसंत पंचमी की शुभकामनायें
नमो शारदे नमो शारदे
" माँ शारदा का आशीर्वाद सभी पर बना रहे "
regards
basant , vidya kee devi... sab mil gaye yahan
आदरणीय राजेन्द्र स्वर्णकार जी
आपने बहुत सुन्दरता से माँ सरस्वती की वंदना करते हुए अपने भावों को अभिव्यक्त किया है ...आपका आभार इस भावमयी प्रस्तुति के लिए
.
बहुत सुन्दर आराधना.
.
बसंत पंचमी के अवसर में मेरी शुभकामना है की आपकी कलम में माँ शारदे ऐसे ही ताकत दे...:)
बसंत पंचमी के अवसर में मेरी शुभकामना है की आपकी कलम में माँ शारदे ऐसे ही ताकत दे...:)
भव्यता के इस आलोक ने
मन-मस्तिष्क अनुरंजित कर दिया!
बसंत की आपको भी शुभकामनाएं.
आज तो ताहिरा सईद और मलिका पुखराज की आवाज़ में बसन्त का ये गीत सुनते रहिये...सुनते रहिये...सुनते रहिये...
http://www.youtube.com/watch?v=jq3bb33sElU
नीरज
पूर्ण तन्मय कर देनेवाली इस मनोहारी स्तुति के लिए और इन सुमधुर स्वरों के लिए बहुत-बहुत आभार ,राजेन्द्र जी !
ऐसी सुन्दर सरस्वती वंदना सुन कर मन खुशी से भर गया है ... बहुत बहुत बहुत सुन्दर .... :)
बसंत पंचमी की बहुत सारी शुभकामनायें ... हम सब पर माँ की कृपा बनी रहे ...
माँ सरस्वती का वरदहस्त यूं ही आप पर बना रहे । बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएँ...
बहुत ही बढ़िया आवाज़ है सर आप की.
बसंत पंचमी की शुभ कामनाएं.
सादर
मां सरस्वती का यह वंदन ...बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति ।
bahut achchi lagi.
जय जय माँ शारदे ! बहुत सुन्दर प्रस्तुति.
धन्यवाद राजेंद्र जी और आपको भी ढेरो शुभकामनायें|
माँ शारदा की वंदना आपके स्वर मे प्रशंसनीय है
आपको भी बसंत पंचमी की शुभकामनाये
दोही ही रचनाएं...वाह !!!
बसंत की सरस रचना ने जहाँ आह्लादित किया माता की वंदना ने भाव विह्वल कर दिया...
मां शारदे की सुंदर वंदना, हार्दिक शुभकामनाएं.
रामराम.
बहुत सुन्दर रचना -माँ सरस्वती की आप पर विशेष कृपा है ,बनी रहे !
आदरणीय राजेंद्र जी..
आपको भी वसंत-पंचमी की शुभकामनाएँ.
शब्द और सुर की भावांजलि वसंत को साकार कर गई..
बेहद प्रभावी..
आभार
भक्तिभाव से परिपूर्ण सरस्वती वंदना पढ़कर मन में अद्भुत शांति का संचार हुआ।
मां शारदे के चरणों में शतशः नमन।
बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं।
राजेंद्र जी इतने सुंदर शब्दों में वंदना सुनकर मन प्रसन्न हो गया..
आपको भी बसंत पंचमी की हार्दिक बधाई
बहुत सुन्दर....
आपको भी वसंत पंचमी की शुभकामना...
राजेंद्र जी वसंत पंचमी के अवसर पर माँ सरस्वती को समर्पित रचना भेजने के लिए धन्यवाद और बधाई।
माँ के चरणों में सरस वंदना ...
वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाये !
बहुत ही सुंदर शब्दों में माँ की स्तुति. आपकी आवाज ने और भी चाँद लगा दिए.
वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाये
मधुर और मंगल काव्य. आपको भी बधाईयां.
माँ शारदे की वन्दना सुन कर मन मुग्ध हो गयी। बसंतोत्सव की हार्दिक शुभकामनाये।
bhai wah maa sharda aap par apana aadhirwad you hi barsati rahe
आदरणीय राजेन्द्र स्वर्णकार जी
नमस्कार !
सचमुच माँ सस्वती की असीम कृपा है आप पर, इस मनोहारी स्तुति के लिए और इन सुमधुर स्वरों के लिए बहुत-बहुत आभार.. आप जैसे कव्य महारथी के द्वारा प्रशंशा पाकर तो जैसे धन्य हो गई हमारी रचना..
माँ शारदे सदा आप पर अपना आशीष बनाये रखें
बसन्त की आपको बहुह्त बहुत शुभकामनाये
बेहद भावमयी प्रस्तुति. आभार.
आप को वसंत की ढेरों शुभकामनाएं!
सादर,
डोरोथी.
प्रिय राजेंद्र जी ,
वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनायें|आप द्वारा माँ के चरणों में निवेदित भाव-प्रसूनों की सुरभि से मेरा भी मन महका| वसंत के स्वागत के तीनों दोहे उत्कृष्ट हैं|साधुवाद|
आपका सृजन श्लाघनीय है| माँ सरस्वती सदैव आप पर कृपालु रहें|
-अरुण मिश्र.
बहुत सुन्दर वन्दना..वसंत पंचमी की हार्दिक शुभ कामनायें..
आदरणीय राजेन्द्र जी ,
बासंती दोहे बहुत सुन्दर और मनमोहक लगे |
माँ की वंदना का क्या कहना ! ह्रदय गदगद हो गया |
बसंत पंचमी की हार्दिक शुभ कामनायें |
वसंत पर आपकी सामयिक और सुन्दर रचना के साथ साथ माँ शारदे की स्तुति, वाह वाह राजेंद्र जी.
बहुत प्यारा लिखते हैं आप .
बधाई.
वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाये !!!
राजेन्द्र स्वर्णकार जी,
माँ शारदे के चरणों में नमन।
सुमधुर स्वरों में बहुत सुन्दर वंदना......
वाह..क्या खूब लिखा है आपने।
basant mubarak ho rajendra ji
आदरणीय़ राजेन्द्र जी..सादर अभिवादन स्वीकार हो।
बसंत के स्वागत में लिखी आपकी ये चन्द पंक्तियाँ और माँ सरस्वती की आराधना दोनों ही बेहद पसंद आई।
आपको बसंत पंचमी व बासंती मौसम की ढेरों शुभकामनाएँ और मंगलकामनाएँ......
rajendra ji bahut sunder rachna bhi aur avaaj bhi. maff kijiye jara der hui ane me.apkobhi anek shubh kamnaye basant ki.....
माँ शारदा को नमन करती हुई अनूठी प्रस्तुति -
बधाई
...खूबसूरत अभिव्यक्ति. आभार.
आप को वसंत पंचमी की ढेरों शुभकामनाएं!
आद.राजेंद्र जी,
माँ वीणा पाणी के चरण कमलों में समर्पित आपके शब्द- सुमन आपके भाव पूर्ण स्वर की खुशबू को आत्मसात कर और भी सुन्दर हो गए हैं !
अर्चना के स्वर और हृदय को तरंगित करती आपकी मख़मली आवाज़ दोनों दिल को छू गए !
माँ की कृपा आप पर यूँ ही बनी रहे !
राजेन्द्र स्वर्णकार जी
नमस्कार
वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाये !
der se aane ko maafi chahti hu
...
aadarniye swarnakar ji,
bahut sunder sharde wandna.......
aapka profile bhi bahot achha hai......maa shaarde apko aur shabd aur 'saswaram' de.........
सरस्वती वन्दना सुनी......बहुत अच्छा लगाअ सुनकर।
बहुत दिनों बाद किसी संगीत ने मस्तिष्क को शान्ति पहुचायी। धन्यवाद!
इस वसन्त में वसन्त एवम् प्रकृति के लिये एक निवेदन......सहयोग की आशा के साथ---------
मैं वृक्ष हूँ। वही वृक्ष, जो मार्ग की शोभा बढ़ाता है, पथिकों को गर्मी से राहत देता है तथा सभी प्राणियों के लिये प्राणवायु का संचार करता है। वर्तमान में हमारे समक्ष अस्तित्व का संकट उपस्थित है। हमारी अनेक प्रजातियाँ लुप्त हो चुकी हैं तथा अनेक लुप्त होने के कगार पर हैं। दैनंदिन हमारी संख्या घटती जा रही है। हम मानवता के अभिन्न मित्र हैं। मात्र मानव ही नहीं अपितु समस्त पर्यावरण प्रत्यक्षतः अथवा परोक्षतः मुझसे सम्बद्ध है। चूंकि आप मानव हैं, इस धरा पर अवस्थित सबसे बुद्धिमान् प्राणी हैं, अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि हमारी रक्षा के लिये, हमारी प्रजातियों के संवर्द्धन, पुष्पन, पल्लवन एवं संरक्षण के लिये एक कदम बढ़ायें। वृक्षारोपण करें। प्रत्येक मांगलिक अवसर यथा जन्मदिन, विवाह, सन्तानप्राप्ति आदि पर एक वृक्ष अवश्य रोपें तथा उसकी देखभाल करें। एक-एक पग से मार्ग बनता है, एक-एक वृक्ष से वन, एक-एक बिन्दु से सागर, अतः आपका एक कदम हमारे संरक्षण के लिये अति महत्त्वपूर्ण है।
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जगत जननी शारदे , करूँ मैं तेरी वंदना ..
बेहतरीन रचना ।
आभार राजेन्द्र जी ।
.
आपकी आवाज़ में रचना सुनी , बहुत सुन्दर ! मनमोहक प्रस्तुति !
बहुत खुबसूरत रचना उससे भी खुबसूरत गीत जिस प्यार से आपने उसे स्वर मै पिरोया है बहुत ही अच्छा लगा शायद हमारा भी संगीत से लगाव ने इसे दो बार सुनना चाहा !
बहुत अच्छा लगा !
श्री राजेन्द्रजी, नमस्कार....
कृपया मुझे बतावें कि सिर्फ आडियो सांग जो आप अपनी पोस्ट पर प्रसारित करते हैं वो कैसे किया जा सकता है ? मेरा ई-मेल ID निम्नानुसार है-
sushil28bakliwal@gmail.com मोबाईल नं. 081090 34950,
हमेशा की तरह उत्कृष्ट अभिव्यक्ति ! बधाई भाई सा !
हमेशा की तरह उत्कृष्ट अभिव्यक्ति !
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