ब्लॉगर मित्रों ! होली का अवसर है… बुरा तो नहीं मानेंगे ?
ब्लॉगिंग पर मैंने बहुत सारे छंद लिखे हैं … गत 22-23 महीनों से
जब से ब्लॉगर बना हूं , कुंडली छंद में पूरा ब्लॉग-पुराण ही
लिख दिया है …
मैं यहां अधिक कुंडलियां डालना चाह रहा था , लेकिन 10 ही
डाली है । आपकी रुचि हुई तो कभी ब्लॉग-पुराण का
अगला भाग पढ़ने को मिलेगा ।
तो आज की कथा प्रारंभ करें ?
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ब्लॉगर-ब्लॉग-पुराण
ब्लॉगर-ब्लॉग-पुराण
बांच सांच जग से जुदा, ब्लॉगर-ब्लॉग-पुराण !
न बाइबिल गुरुग्रंथ ना गीता वेद कुरान !!
गीता वेद कुरान ; मगर सब बातें सच्ची !
मिले दोस्ती-प्यार , मिले कुछ माथापच्ची !!
स्वर्णकार कविराय जो कहे उसे पढ़-जांच !
कुछ बोगस बकवास भी ब्लॉगजगत की बांच !!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar
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तोड़ दिए की-बोर्ड कई
तोड़ दिए की-बोर्ड कई
लिखने बैठे सरस्वती ,
तो भी लिखा न जाय !
ब्लॉगिंग-महिमा जो कहे , सर उसका चकराय
!!
सर उसका चकराय ;
मिले क्या समझ न आए !
ब्लॉगर क्यों दिन-रात समय अनमोल गंवाए ?!
बढ़े बाल-नाखून ,
लगे हैं जंगली दिखने !
तोड़ दिए की-बोर्ड कई …बैठे बस लिखने !!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar
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करो टिप्पणी दान !
करो टिप्पणी दान !
क्या लगता है धन ;
अरे ! करो टिप्पणी दान !
बहुत पुण्य का काम है,
करलो गंगा-स्नान !!
करलो गंगा-स्नान;
मिलेगा मीठा ही फल !
करने चुकता क़र्ज़ कुछ ब्लॉगर आएंगे कल !!
स्वर्णकार कुछ बात कभी ग़लत नहीं कहता !
टिपियादो अब ! जेब से आपके क्या लगता ?!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar
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जुगत पोस्ट की जोड़ !
जुगत पोस्ट की जोड़ !
जोड़-तोड़ ज्यों भी बने,
पोस्ट ब्लॉग पर ठेल !
जिसकी आई डी मिले ,
भेज उसी को मेल !!
हर ब्लॉगर को मेल;
कहीं से टिप्पणी आए !
सूने-बंजर ब्लॉग पर ख़ुशियां-रौनक छाए !!
माउस से की-बोर्ड से अक्षर तोड़ - मरोड़ !
इधर-उधर के शब्द ले’…
जुगत पोस्ट की जोड़ !!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar
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दस देगा, दो पाएगा
दस देगा, दो पाएगा
त्याग-परिश्रम के बिना,
बनता कौन महान ?
रात-रात भर जाग कर ,
करो टिप्पणीदान !!
करो टिप्पणीदान;
बस…
उपस्थिति दिखलादो !
गिनती की महिमा है तुम गुण को झुठलादो !!
दस देगा,
दो पाएगा , करके भागमभाग
!
की-बोर्ड माउस पीसी क्षण भर भी मत त्याग !!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar
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ब्लॉगर करे कमेंट
ब्लॉगर करे कमेंट
दुल्हन पहली रात को करे सजन का ‘वेट’
!
बैठा आधी रात तक ,
ब्लॉगर करे कमेंट !!
ब्लॉगर करे कमेंट ;
भोर होने को आई !
पीसी आगे मूर्ख कर रहा मग़ज़खपाई !!
आभासी संबंध ,
ज़िंदगी में दे अनबन !
रिंझा रही ब्लॉगिंग ;
किसलिए लाया दुल्हन ?!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar
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धन्य टिप्पणी भूख
धन्य टिप्पणी भूख
गुप्त, महादेवी, सुमन,
दिनकर, बच्चन, पंत !
और निराला के सृजन का न आदि ना अंत !!
नहीं आदि ना अंत; कोई भी रचना ले लो !
पढ़ी हुई सबके है, फिर भी ब्लॉग पॅ पेलो !!
रचना किसकी… यश कोई और लूटता मुफ़्त !
धन्य टिप्पणी-भूख ! जय पंत निराला-गुप्त !!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
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नशा बड़ा ब्लॉगिंग !
नशा बड़ा ब्लॉगिंग !
ब्लॉगिंग से ज़्यादा कहां ख़ास ज़रूरी काम
!
दफ़्तर में दिन भर;
लगो घर में सुबहो-शाम !!
घर में सुबहो-शाम ,
रात को और भी मौके !
घरवाली को डांटदो,
अगर कभी टोके !!
ना तो अड़चन आयु,
ना धर्म, रंग ना लिंग !
लगे रहो दिन-रात है नशा बड़ा ब्लॉगिंग !!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar
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ब्लॉग-बालिका चपल
ब्लॉग-बालिका चपल
महिला-ब्लॉगर से ज़रा, मधुर रहे व्यवहार !
वो आएं न आएं तुम जाओ दस-दस बार !!
जाओ दस-दस बार ; दया इक दिन आएगी !
ब्लॉग-बालिका चपल तुम्हें भी टिपियाएगी !!
कब हो जाए क्या पता स्वप्न कोई साकार !
महिला-ब्लॉगर से ज़रा, मधुर रहे व्यवहार !!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar
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लिखो ख़ुद बेनामी बन
लिखो ख़ुद बेनामी बन
पोस्ट लगादी बीसियों,
फटका कोई न पास !
न तो टिप्पणी की,
न ही डाली किसी ने घास !!
डाली किसी ने घास ; लिखो ख़ुद बेनामी
बन !
अल्लम-गल्लम नाम से टिप्पणियां दनादन !!
ख़ुद जैसों को ढूंढ़,
फिर…मेल भेज, कह - “दोस्त !
आ’कर मान बढ़ाइए ! नई लगी है पोस्ट !!”
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar
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तो विदा ली जाए …
आप सबको होली की हार्दिक
बधाइयां
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शुभकामनाएं
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66 टिप्पणियां:
बहुत अच्छी कुंडलियां राजेन्द्र जी, आपको भी होली की शुभकामनायें।
:-)
बहुत बढ़िया सर...
होली पर हुडदंग मचा दिया आपने...
टिप्पणी बढाने के अनूठे नुस्खे बताये वो अलग...
आपका आभार...
होली की शुभकामनाओं सहित.
-अगले १० के इन्तेज़ार में हैं.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
रंगों की बहार!
छींटे और बौछार!!
फुहार ही फुहार!!!
रंगों के पर्व होलिकोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ!!!!
"चिंता छोड़ टिपण्णी की कविता करो कविराय ,
टिप्पणियां तो वस्त्र है,ऋषि बिन वस्त्र सुहाय //"
सुन्दर छंदों के साथ सार्थक सटीक अभिव्यक्ति भी , .....रंगोत्सव की बहुत -२ शुभकामनायें .....
सुन्दर प्रस्तुति ||
दिनेश की टिप्पणी : आपका लिंक
dineshkidillagi.blogspot.com
होली है होलो हुलस, हुल्लड़ हुन हुल्लास।
कामयाब काया किलक, होय पूर्ण सब आस ।।
बहुत अच्छी लगी कुंडलियाँ,....
सुंदर प्रस्तुति,
आपका फालोवर तो मै पहले से हूँ आप भी बने,
मुझे हार्दिक खुशी होगी,....
पोस्ट पर आइये स्वागत है,...आभार
बहुत ही सुन्दर कुंडलियां . होली की हार्दिक शुभकामनायें
wah re blog chhand... ek se badh kar ek..!!\
happy holi.....
होलिका खूब पोस्ट रंगीन है ...आनंद आ गया भाई जी !
रंगोत्सव पर आपको हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं !
मंगलमय हो होली...होली की हार्दिक बधाई!
टिप्पणियों का अपना एक महत्व होता है....लेकिन ब्लॉग पोस्ट की अहमियत उससे कई गुना ज्यादा होती है!...मैंने भी यूं ही कुछ लिख डाला है ...देखिए...
http://jayaka-rosegarden.blogspot.in/2012/02/blog-post.html
रचना है 'स्वर्णकार' की सोने से अनमोल
जो कह देते 'भाईजी' उसका जोड़ न तोड़
उसका जोड़ न तोड़ कह गए सच्ची बातें
अब तो भैया टिप्पणी की दे दो सौगातें..."
"इससे ज्यादा क्या लिखूं सब शब्दों का फेर
आप लिखे और हम पढ़ें बस इतनी है टेर"
अद्भुत......
मगर सच्चा.....
होली की हार्दिक शुभकामनायें !!
वाह!!!
आनंददायी कुण्डलियाँ....
आपकी होली शुभ हो..
सादर.
कहीं राजेश खन्ना तो, कहीं धर्मेन्द्र से जँच रहे हो ,
तलत अज़ीज़, तो कहीं राजेन्द्र से लग रहे हो !
कुंडली छंद में आपने जो ब्लॉग पुराण गढ़ा है,
होली के हो हल्ले में ग़ज़ब के रंग बिखेर रहे हो !
होली के रंग में रंगी मनभावन कुण्डलियाँ पढ़कर आनंद आ गया भाई जी .
होली की हार्दिक शुभकामनायें .
वाह !क्या ख़ूब लिखा है !!
:):) बहुत बढ़िया.
आदरणीय राजेन्द्र जी,
ब्लोगिंग करने में आने वाली स्वानुभूत समस्याएं यही तो हैं और
ब्लॉग-व्यवहार कैसे किया जाता है इसका आपने रोचक विश्लेषण कर दिखाया है.
............ होली के बहाने आपने सभी को रंग दिया है. ब्लोगर्स के स्वभाव को रंगती-भिगोती इस काव्य पिचकारी ने जो फुहार छोडी है.. बहुत ही मनमोहक है.
"कल्पना में थोड़ा-सा गुलाल अपनी ओर से आपके चरण-कमलों में अर्पित करता हूँ."
बहुत ही सुन्दर कुंडलियां . होली की हार्दिक शुभकामनायें
जय हो, हर ओर आप की ही कुण्डली छायी हुयी है..
होली की हार्दिक शुभकामना ! बढ़िया पोस्ट !
होलिकोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ,,सुन्दर कुंडलियां पोस्ट पर आइये स्वागत है,आभार
रंगपर्व की अशेष शुभकामनायें !
डाक्टर दराल साहब के बयान पे ज़रा गौर फरमाइयेगा :)
कमाल की कुंडलियाँ हैं भाई सा! हम तो टिप्पणी दान दे कर पुण्य कमा रहे हैं और प्रभु से प्रार्थना करते हैं कि ऐसा खूब सारा पुण्य हमारे भाई सा को भी मिले !
एक अरसे से मेरे बलॉग की दहलीज पर आपने चरण नहीं रखे।
बहन की तरफ़ से आपको सपरिवार होली की शुभकामनाएँ।
बढ़िया प्रस्तुति
.... होली की शुभकामना और बधाई ...
एक से बढ़कर एक कुंडली
हम तो गए चकराय
किस पर करे टिप्पणी
किस को दे बिसराय
किसको दे बिसराय
लगे ये सारी सच्ची
साथ में चित्रावली
भी बहुत ही अच्छी
होली की हार्दिक शुभकामनाएं और शुभाशीष राजेंद्र पुत्तर
वाह !!!!बहुत अच्छी कुंडलियाँ,..राजेन्द्र जी
होली की बहुत२ बधाई शुभकामनाए...
RECENT POST...काव्यान्जलि ...रंग रंगीली होली आई,
kahne ko to hain bahut
bare bol banate.......
lekin sachhi me thore kam
jo aisi chhand bante..
holinam.
कमाल के रंग-बिरंगे छंद. इन छंदों में शायद सच भी कहीं छुपा है .........आपको स: परिवार होली की हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनाएं.....
कमाल के रंग-बिरंगे छंद. इन छंदों में शायद सच भी कहीं छुपा है .........आपको स: परिवार होली की हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनाएं.....
हास्य-व्यंग्य से भरपूर कुंडलियां कहुत अच्छी लगीं।
होली की शुभकामनाएं।
दुल्हन पहली रात को करे सजन का वेट
बैठा आधी रात तक ब्लागर करे कमेन्ट......
वाह राजेन्द्र जी ! मज़ा आ गया ! सारी कुण्डलियाँ एक से बढ़कर एक हैं !
आपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएँ !
ना तो अडचन आयु ना धर्म जात ना लिंग,
लगे रहो दिन रात है नशा बडा व्लॉगिंग ।।
सारी की सारी कुंडलियां रंगीन, पर ये वाली तो लाल,हरी,पीली नीली सब कुछ है । वाह होली का मज़ा आ गया ।
बहुत ख़ूब राजेंद्र भाई, सारे रंग ब्लागर्स पर ही उंडेल दिए है.
आपकी 'शुभ कामनाओं' के रंगीन छींटे हम तक पहुंचे, 'टिप्पणियों' की 'बौछारें' साल भर आप तक पहुँचती रहे,यही दुआ है.
http://aatm-manthan.com
क्या खूब ब्लोगेर्स की कुण्डली बनाई है ...इसे ज़ारी रखें .हा हा हा :-)
आप सब को होली पर्व की रंग-बिरंगी मुबारक हो |
आभार! स्नेह देने का|
खुश और स्वस्थ रहें!
वाह! बहुत सुन्दर.
पढकर आनंद आ गया.
टिप्पणियाँ भी गजब की हुई हैं.
होली की मस्ती में सब अच्छा लगता है.
आपके हास्य रस में सभी डूबे हैं.
होली के रंगारंग शुभोत्सव की बहुत बहुत हार्दिक बधाई.
राजेन्द्र जी, आप सपरिवार को
होली की मधुर बधाई !!
लगता है ब्लॉगिंग पुराण पूरा पढ़ना पड़ेगा....ये तो दस कुंडलियों ने कर दिया है धमाल. क्या होगा जब पूरा पुराण करेगा कमाल.....होली मनाने का आपका अंदाज़ निराला है....
बहुत सटीक और रोचक प्रस्तुति..होली की हार्दिक शुभकामनायें!
एक से बढ़ कर एक कुंडली छंद में लिखा ब्लॉग पुराण ....
आपके लिखे के गुण पर टिप्पणी कर रही हूँ ... उपस्थिती दर्ज़ करने के लिए नहीं :):)
होली की बहुत बहुत शुभकामनायें
होली पर्व के अवसर पर इससे बढिया तोहफ़ा और कुछ नहीं हो सकता है। (मेरे लिए)
हंस हंस के लोट-पोट हुआ!
लगा सारी की सारी कुंडलियां बस मेरे ऊपर ही गढ़ी गई हैं। यही इसकी खासियत है कि हर किसी को ऐसा हि लगेगा।
हैप्पी होली।
बहुत सुन्दर ब्लॉग पुराण... होली की हार्दिक शुभकामनाएँ...
होली पर कह दिया आपने सच्ची सच्ची बात
ब्लॉग-जगत और ब्लॉगिंग के यही हैं हालात
सभी कुंडलियां बहुत अच्छी लगीं...
आपको सपरिवार होली की बधाई और शुभकामनाएँ!!!
आपको भी होली की शुभकामनायें !
मजा आ गया. लो हम भी पीछे क्यों रहें. टिपियादेतें हैं.
डॉ साहब ने तो सब कुछ कह दिया हम क्या कहें ....:))
खूबसूरत तस्वीरें....
थोडा चेहरे पे और लगा लिया होता ....
mithi fuhaar ki dhar bars rahi hai ,ek se badhkar ek .holi parv ki badhai aapko
बहूत बढीया लिखा है :-)
ब्लॉगर्स को हि रंग दिया अपनी रचना में
आपको सहपरिवार होली कि शुभकामनाये:-)
बहुत बेहतरीन लाजबाब प्रस्तुति....राजेन्द्र जी
RESENT POST...फुहार...फागुन...
आपने कुछ भी कहने को छोड़ा ही नहीं ...
जो लिखा हैं वो यहाँ का सच हैं ....आभार
वाह..वाह..बहुत खूब सर..मज़ा आ गया पढ़कर..बहुत सच्ची बातें कह डाली आपने..होली की ढेर सारी शुभकामनाएं..
वाह..क्या खूब लिखा है आपने...लाजवाब..... बहुत रोचक कुंडलियां हैं राजेन्द्र जी...
आपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनायें !
बहुत सुन्दर प्रस्तुति. खूबसूरत तस्वीरें....
आपको सपरिवार रंगों के पर्व होलिकोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ......!!!!
आपका कुंडली कटाक्ष धारदार है।
..शुभ होली।
वाह.. बहुत बढ़िया..
waah bahut achcha likha hai......der se hi sahi aapko bhi holi mubark ho rajendra jee nd thanks n aabhar.
aapko pahli bar padha ..bahut mja aayaa padhkar ..holi par aisa hi likha jana chahiye ..
राजेन जी सचमुच हैं ,छंदो की इक खान
कुंडली, दोहे सोरठे, रखते सबका मान
तीज,होली,दीवाली, सबसे इनको प्यार
टिप्पणी करने को भी, मिलते सदा त्यार,
bahut hi sundar kundaliyan ....holi pr hardik shubh kamnayen
बहुत बेहतरीन कुंडलियाँ,...बधाई,....
राजेन्द्र जी,अपने इस पोस्ट पर आपका ध्यान चाहुगां,
आइये आपका स्वागत है,....
MY RESENT POST ...काव्यान्जलि ...:बसंती रंग छा गया,...
श्री राजेंद्रजी,
दो एक रचनाएं पढ़ीं. अच्छा व्यंग किया है आपने. मन हल्का करने के लिए बहुत कामयाब होगा.
आपके लिए 'hasyavyangmanch' नामका बल्ॉग काफी अच्छा रहेगा. कृपया इसे देखें एवं अच्छा लगने पर सम्ेमिलित हों.
धन्यवाद,
आपका,
अयंगर, 9425279174.
बीबी का वेट और ब्लॉगर करे कमेन्ट.... वाह!
वाह! आदरणीय राजेन्द्र भईया... सभी कुण्डलिया दमदार हैं... सादर बधाई/आभार.
अति सुन्दर कुण्डलियाँ। सार्थक प्रयास।
साधुवाद
आनन्द विश्वास
"जाओ दस दस बार, दया एक दिन आएगी
ब्लॉग-बालिका चपल तुम्हे भी टिपियाएगी "
बहुत सटीक लिखा है .दिल खुश हो गया.
अच्छा व्यंग.
टूट जाना ,बिखर जाना ,सहेजने को ख्वाब
आवाज -ए- आवाम को इनकलाब कहते हैं
बहुत ही सुंदर कुंडलियाँ,...राजेन्द्र जी
MY RESENT POST...काव्यान्जलि ...: तब मधुशाला हम जाते है,...
ब्लागिंग पर क्या खूब लिखे, कुण्डलियों में छंद,
पढ़कर सचमुच आ गया, एक अलग आनंद।
एक अलग आनंद, आपने गुर बतलाए-
‘लिख दें खुद ही टिप्पणी,खुद पोस्ट लगाएँ।’
कह दिनेश कविराज, खूब शब्दों की जागिंग,
-करवा दी है आपने, ‘धन-धन यह ब्लागिंग।’
है तो एकदम सच्ची सच्ची ब्लॉगिंग
लेकिन पुराण नहीं
इसे महापुराण जान
टिप्पणी बन गई है स्वर्ण
पोस्ट की खान
दे दनादन दे दनादन
मेरे ब्लॉग पर भी करें
टिप्पणीदान कृपानिधान।
है तो एकदम सच्ची सच्ची ब्लॉगिंग
लेकिन पुराण नहीं
इसे महापुराण जान
टिप्पणी बन गई है स्वर्ण
पोस्ट की खान
दे दनादन दे दनादन
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