ब्लॉग मित्र मंडली

6/3/12

ब्लॉगर-ब्लॉग-पुराण !

ब्लॉगर मित्रों ! होली का अवसर है… बुरा तो नहीं मानेंगे ?

ब्लॉगिंग पर मैंने बहुत सारे छंद लिखे हैं … गत 22-23 महीनों से जब से ब्लॉगर बना हूं ,  कुंडली छंद में पूरा ब्लॉग-पुराण ही लिख दिया है …

मैं यहां अधिक कुंडलियां डालना चाह रहा था , लेकिन 10 ही डाली है । आपकी रुचि हुई तो कभी ब्लॉग-पुराण का अगला भाग पढ़ने को मिलेगा ।

तो आज की कथा प्रारंभ करें ?

ब्लॉगर-ब्लॉग-पुराण
बांच सांच जग से जुदा, ब्लॉगर-ब्लॉग-पुराण !
न बाइबिल गुरुग्रंथ ना गीता वेद कुरान !!
गीता वेद कुरान ; मगर सब बातें सच्ची !
मिले दोस्ती-प्यार , मिले कुछ माथापच्ची !!
स्वर्णकार कविराय जो कहे उसे पढ़-जांच !
कुछ बोगस बकवास भी ब्लॉगजगत की बांच !!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar

तोड़ दिए की-बोर्ड कई
लिखने बैठे सरस्वती , तो भी लिखा न जाय !
ब्लॉगिंग-महिमा जो कहे , सर उसका चकराय !!
सर उसका चकराय ; मिले क्या समझ न आए !
ब्लॉगर क्यों दिन-रात समय अनमोल गंवाए ?!
बढ़े बाल-नाखून , लगे हैं जंगली दिखने !
तोड़ दिए की-बोर्ड कई बैठे बस लिखने !!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar

करो टिप्पणी दान !
क्या लगता है धन ; अरे ! करो टिप्पणी दान !
बहुत पुण्य का काम है, करलो गंगा-स्नान !!
करलो गंगा-स्नान; मिलेगा मीठा ही फल !
करने चुकता क़र्ज़ कुछ ब्लॉगर आएंगे कल !!
स्वर्णकार कुछ बात कभी ग़लत नहीं कहता !
टिपियादो अब ! जेब से आपके क्या लगता ?!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar

जुगत पोस्ट की जोड़ !
जोड़-तोड़ ज्यों भी बने, पोस्ट ब्लॉग पर ठेल !
जिसकी आई डी मिले , भेज उसी को मेल !!
हर ब्लॉगर को मेल; कहीं से टिप्पणी आए !
सूने-बंजर ब्लॉग पर ख़ुशियां-रौनक छाए !!
माउस से की-बोर्ड से अक्षर तोड़ - मरोड़ !
इधर-उधर के शब्द ले’… जुगत पोस्ट की जोड़ !!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar

दस देगा, दो पाएगा
त्याग-परिश्रम के बिना, बनता कौन महान ?
रात-रात भर जाग कर , करो टिप्पणीदान !!
करो टिप्पणीदान; बसउपस्थिति दिखलादो !
गिनती की महिमा है तुम गुण को झुठलादो !!
दस देगा, दो पाएगा , करके भागमभाग !
की-बोर्ड माउस पीसी क्षण भर भी मत त्याग !!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar

ब्लॉगर करे कमेंट
दुल्हन पहली रात को करे सजन का वेट’ !
बैठा आधी रात तक , ब्लॉगर करे कमेंट !!
ब्लॉगर करे कमेंट ; भोर होने को आई !
पीसी आगे मूर्ख कर रहा मग़ज़खपाई !!
आभासी संबंध , ज़िंदगी में दे अनबन !
रिंझा रही ब्लॉगिंग ; किसलिए लाया दुल्हन ?!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar

धन्य टिप्पणी भूख
गुप्त, महादेवी, सुमन, दिनकर, बच्चन, पंत !
और निराला के सृजन का न आदि ना अंत !!
नहीं आदि ना अंत; कोई भी रचना ले लो !
पढ़ी हुई सबके है, फिर भी ब्लॉग पॅ पेलो !!
रचना किसकीयश कोई और लूटता मुफ़्त !
धन्य टिप्पणी-भूख ! जय पंत निराला-गुप्त !!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar


नशा बड़ा ब्लॉगिंग !
ब्लॉगिंग से  ज़्यादा कहां ख़ास ज़रूरी काम !
दफ़्तर में दिन भर; लगो घर में सुबहो-शाम !!
घर में सुबहो-शाम , रात को और भी मौके !
घरवाली को डांटदो, अगर कभी टोके !!
ना तो अड़चन आयु, ना धर्म, रंग ना लिंग !
लगे रहो दिन-रात है नशा बड़ा ब्लॉगिंग !!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar

ब्लॉग-बालिका चपल
महिला-ब्लॉगर से ज़रा, मधुर रहे व्यवहार !
वो आएं न आएं तुम जाओ दस-दस बार !!
जाओ दस-दस बार ; दया इक दिन आएगी !
ब्लॉग-बालिका चपल तुम्हें भी टिपियाएगी !!
कब हो जाए क्या पता स्वप्न कोई साकार !
महिला-ब्लॉगर से ज़रा, मधुर रहे व्यवहार !!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar

लिखो ख़ुद बेनामी बन
पोस्ट लगादी बीसियों, फटका कोई न पास !
न तो टिप्पणी की, न ही डाली किसी ने घास !!
डाली किसी ने घास लिखो ख़ुद बेनामी बन !
अल्लम-गल्लम नाम से टिप्पणियां दनादन !!
ख़ुद जैसों को ढूंढ़, फिरमेल भेज, कह - दोस्त !
कर मान बढ़ाइए ! नई लगी है पोस्ट !!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
©copyright by : Rajendra Swarnkar
तो विदा ली जाए …
आप सबको होली की हार्दिक
बधाइयां

शुभकामनाएं
मेरी होली संबंधी रचनाएं पढ़ने-सुनने के लिए यहां आइए

66 टिप्‍पणियां:

संजय @ मो सम कौन... ने कहा…

बहुत अच्छी कुंडलियां राजेन्द्र जी, आपको भी होली की शुभकामनायें।

vidya ने कहा…

:-)

बहुत बढ़िया सर...
होली पर हुडदंग मचा दिया आपने...

टिप्पणी बढाने के अनूठे नुस्खे बताये वो अलग...
आपका आभार...
होली की शुभकामनाओं सहित.

-अगले १० के इन्तेज़ार में हैं.

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
रंगों की बहार!
छींटे और बौछार!!
फुहार ही फुहार!!!
रंगों के पर्व होलिकोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ!!!!

udaya veer singh ने कहा…

"चिंता छोड़ टिपण्णी की कविता करो कविराय ,
टिप्पणियां तो वस्त्र है,ऋषि बिन वस्त्र सुहाय //"
सुन्दर छंदों के साथ सार्थक सटीक अभिव्यक्ति भी , .....रंगोत्सव की बहुत -२ शुभकामनायें .....

रविकर ने कहा…

सुन्दर प्रस्तुति ||

दिनेश की टिप्पणी : आपका लिंक
dineshkidillagi.blogspot.com
होली है होलो हुलस, हुल्लड़ हुन हुल्लास।
कामयाब काया किलक, होय पूर्ण सब आस ।।

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

बहुत अच्छी लगी कुंडलियाँ,....
सुंदर प्रस्तुति,

आपका फालोवर तो मै पहले से हूँ आप भी बने,
मुझे हार्दिक खुशी होगी,....

पोस्ट पर आइये स्वागत है,...आभार

उपेन्द्र नाथ ने कहा…

बहुत ही सुन्दर कुंडलियां . होली की हार्दिक शुभकामनायें

मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा…

wah re blog chhand... ek se badh kar ek..!!\
happy holi.....

Satish Saxena ने कहा…

होलिका खूब पोस्ट रंगीन है ...आनंद आ गया भाई जी !
रंगोत्सव पर आपको हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं !

Aruna Kapoor ने कहा…

मंगलमय हो होली...होली की हार्दिक बधाई!

टिप्पणियों का अपना एक महत्व होता है....लेकिन ब्लॉग पोस्ट की अहमियत उससे कई गुना ज्यादा होती है!...मैंने भी यूं ही कुछ लिख डाला है ...देखिए...

http://jayaka-rosegarden.blogspot.in/2012/02/blog-post.html

***Punam*** ने कहा…

रचना है 'स्वर्णकार' की सोने से अनमोल
जो कह देते 'भाईजी' उसका जोड़ न तोड़
उसका जोड़ न तोड़ कह गए सच्ची बातें
अब तो भैया टिप्पणी की दे दो सौगातें..."

"इससे ज्यादा क्या लिखूं सब शब्दों का फेर
आप लिखे और हम पढ़ें बस इतनी है टेर"

अद्भुत......
मगर सच्चा.....

होली की हार्दिक शुभकामनायें !!

ANULATA RAJ NAIR ने कहा…

वाह!!!
आनंददायी कुण्डलियाँ....
आपकी होली शुभ हो..

सादर.

डॉ टी एस दराल ने कहा…

कहीं राजेश खन्ना तो, कहीं धर्मेन्द्र से जँच रहे हो ,
तलत अज़ीज़, तो कहीं राजेन्द्र से लग रहे हो !
कुंडली छंद में आपने जो ब्लॉग पुराण गढ़ा है,
होली के हो हल्ले में ग़ज़ब के रंग बिखेर रहे हो !

होली के रंग में रंगी मनभावन कुण्डलियाँ पढ़कर आनंद आ गया भाई जी .
होली की हार्दिक शुभकामनायें .

प्रतिभा सक्सेना ने कहा…

वाह !क्या ख़ूब लिखा है !!

shikha varshney ने कहा…

:):) बहुत बढ़िया.

प्रतुल वशिष्ठ ने कहा…

आदरणीय राजेन्द्र जी,

ब्लोगिंग करने में आने वाली स्वानुभूत समस्याएं यही तो हैं और

ब्लॉग-व्यवहार कैसे किया जाता है इसका आपने रोचक विश्लेषण कर दिखाया है.

............ होली के बहाने आपने सभी को रंग दिया है. ब्लोगर्स के स्वभाव को रंगती-भिगोती इस काव्य पिचकारी ने जो फुहार छोडी है.. बहुत ही मनमोहक है.

"कल्पना में थोड़ा-सा गुलाल अपनी ओर से आपके चरण-कमलों में अर्पित करता हूँ."

vandana gupta ने कहा…

बहुत ही सुन्दर कुंडलियां . होली की हार्दिक शुभकामनायें

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

जय हो, हर ओर आप की ही कुण्डली छायी हुयी है..

अरुण चन्द्र रॉय ने कहा…

होली की हार्दिक शुभकामना ! बढ़िया पोस्ट !

sangita ने कहा…

होलिकोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ,,सुन्दर कुंडलियां पोस्ट पर आइये स्वागत है,आभार

उम्मतें ने कहा…

रंगपर्व की अशेष शुभकामनायें !
डाक्टर दराल साहब के बयान पे ज़रा गौर फरमाइयेगा :)

sushila ने कहा…

कमाल की कुंडलियाँ हैं भाई सा! हम तो टिप्पणी दान दे कर पुण्य कमा रहे हैं और प्रभु से प्रार्थना करते हैं कि ऐसा खूब सारा पुण्य हमारे भाई सा को भी मिले !

एक अरसे से मेरे बलॉग की दहलीज पर आपने चरण नहीं रखे।
बहन की तरफ़ से आपको सपरिवार होली की शुभकामनाएँ।

समय चक्र ने कहा…

बढ़िया प्रस्तुति
.... होली की शुभकामना और बधाई ...

Rajesh Kumari ने कहा…

एक से बढ़कर एक कुंडली
हम तो गए चकराय
किस पर करे टिप्पणी
किस को दे बिसराय
किसको दे बिसराय
लगे ये सारी सच्ची
साथ में चित्रावली
भी बहुत ही अच्छी
होली की हार्दिक शुभकामनाएं और शुभाशीष राजेंद्र पुत्तर

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

वाह !!!!बहुत अच्छी कुंडलियाँ,..राजेन्द्र जी
होली की बहुत२ बधाई शुभकामनाए...
RECENT POST...काव्यान्जलि ...रंग रंगीली होली आई,

सञ्जय झा ने कहा…

kahne ko to hain bahut
bare bol banate.......
lekin sachhi me thore kam
jo aisi chhand bante..

holinam.

पी.एस .भाकुनी ने कहा…

कमाल के रंग-बिरंगे छंद. इन छंदों में शायद सच भी कहीं छुपा है .........आपको स: परिवार होली की हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनाएं.....

पी.एस .भाकुनी ने कहा…

कमाल के रंग-बिरंगे छंद. इन छंदों में शायद सच भी कहीं छुपा है .........आपको स: परिवार होली की हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनाएं.....

महेन्‍द्र वर्मा ने कहा…

हास्य-व्यंग्य से भरपूर कुंडलियां कहुत अच्छी लगीं।

होली की शुभकामनाएं।

ज्ञानचंद मर्मज्ञ ने कहा…

दुल्हन पहली रात को करे सजन का वेट
बैठा आधी रात तक ब्लागर करे कमेन्ट......
वाह राजेन्द्र जी ! मज़ा आ गया ! सारी कुण्डलियाँ एक से बढ़कर एक हैं !
आपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएँ !

Asha Joglekar ने कहा…

ना तो अडचन आयु ना धर्म जात ना लिंग,
लगे रहो दिन रात है नशा बडा व्लॉगिंग ।।

सारी की सारी कुंडलियां रंगीन, पर ये वाली तो लाल,हरी,पीली नीली सब कुछ है । वाह होली का मज़ा आ गया ।

Mansoor ali Hashmi ने कहा…

बहुत ख़ूब राजेंद्र भाई, सारे रंग ब्लागर्स पर ही उंडेल दिए है.

आपकी 'शुभ कामनाओं' के रंगीन छींटे हम तक पहुंचे, 'टिप्पणियों' की 'बौछारें' साल भर आप तक पहुँचती रहे,यही दुआ है.

http://aatm-manthan.com

अशोक सलूजा ने कहा…

क्या खूब ब्लोगेर्स की कुण्डली बनाई है ...इसे ज़ारी रखें .हा हा हा :-)
आप सब को होली पर्व की रंग-बिरंगी मुबारक हो |
आभार! स्नेह देने का|
खुश और स्वस्थ रहें!

Rakesh Kumar ने कहा…

वाह! बहुत सुन्दर.
पढकर आनंद आ गया.
टिप्पणियाँ भी गजब की हुई हैं.
होली की मस्ती में सब अच्छा लगता है.
आपके हास्य रस में सभी डूबे हैं.

होली के रंगारंग शुभोत्सव की बहुत बहुत हार्दिक बधाई.

Sulabh Jaiswal "सुलभ" ने कहा…

राजेन्द्र जी, आप सपरिवार को
होली की मधुर बधाई !!

Bharat Bhushan ने कहा…

लगता है ब्लॉगिंग पुराण पूरा पढ़ना पड़ेगा....ये तो दस कुंडलियों ने कर दिया है धमाल. क्या होगा जब पूरा पुराण करेगा कमाल.....होली मनाने का आपका अंदाज़ निराला है....

Kailash Sharma ने कहा…

बहुत सटीक और रोचक प्रस्तुति..होली की हार्दिक शुभकामनायें!

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

एक से बढ़ कर एक कुंडली छंद में लिखा ब्लॉग पुराण ....

आपके लिखे के गुण पर टिप्पणी कर रही हूँ ... उपस्थिती दर्ज़ करने के लिए नहीं :):)

होली की बहुत बहुत शुभकामनायें

मनोज कुमार ने कहा…

होली पर्व के अवसर पर इससे बढिया तोहफ़ा और कुछ नहीं हो सकता है। (मेरे लिए)

हंस हंस के लोट-पोट हुआ!
लगा सारी की सारी कुंडलियां बस मेरे ऊपर ही गढ़ी गई हैं। यही इसकी खासियत है कि हर किसी को ऐसा हि लगेगा।
हैप्पी होली।

संध्या शर्मा ने कहा…

बहुत सुन्दर ब्लॉग पुराण... होली की हार्दिक शुभकामनाएँ...

ऋता शेखर 'मधु' ने कहा…

होली पर कह दिया आपने सच्ची सच्ची बात
ब्लॉग-जगत और ब्लॉगिंग के यही हैं हालात

सभी कुंडलियां बहुत अच्छी लगीं...

आपको सपरिवार होली की बधाई और शुभकामनाएँ!!!

Anita ने कहा…

आपको भी होली की शुभकामनायें !

P.N. Subramanian ने कहा…

मजा आ गया. लो हम भी पीछे क्यों रहें. टिपियादेतें हैं.

हरकीरत ' हीर' ने कहा…

डॉ साहब ने तो सब कुछ कह दिया हम क्या कहें ....:))

खूबसूरत तस्वीरें....

थोडा चेहरे पे और लगा लिया होता ....

ज्योति सिंह ने कहा…

mithi fuhaar ki dhar bars rahi hai ,ek se badhkar ek .holi parv ki badhai aapko

मेरा मन पंछी सा ने कहा…

बहूत बढीया लिखा है :-)
ब्लॉगर्स को हि रंग दिया अपनी रचना में
आपको सहपरिवार होली कि शुभकामनाये:-)

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

बहुत बेहतरीन लाजबाब प्रस्तुति....राजेन्द्र जी

RESENT POST...फुहार...फागुन...

Anju (Anu) Chaudhary ने कहा…

आपने कुछ भी कहने को छोड़ा ही नहीं ...

जो लिखा हैं वो यहाँ का सच हैं ....आभार

Akhil ने कहा…

वाह..वाह..बहुत खूब सर..मज़ा आ गया पढ़कर..बहुत सच्ची बातें कह डाली आपने..होली की ढेर सारी शुभकामनाएं..

Dr (Miss) Sharad Singh ने कहा…

वाह..क्या खूब लिखा है आपने...लाजवाब..... बहुत रोचक कुंडलियां हैं राजेन्द्र जी...

आपको सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनायें !

Dr Varsha Singh ने कहा…

बहुत सुन्दर प्रस्तुति. खूबसूरत तस्वीरें....

आपको सपरिवार रंगों के पर्व होलिकोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ......!!!!

देवेन्द्र पाण्डेय ने कहा…

आपका कुंडली कटाक्ष धारदार है।
..शुभ होली।

अंजना ने कहा…

वाह.. बहुत बढ़िया..

Dr.NISHA MAHARANA ने कहा…

waah bahut achcha likha hai......der se hi sahi aapko bhi holi mubark ho rajendra jee nd thanks n aabhar.

priyadarshini ने कहा…

aapko pahli bar padha ..bahut mja aayaa padhkar ..holi par aisa hi likha jana chahiye ..

gazalkbahane ने कहा…

राजेन जी सचमुच हैं ,छंदो की इक खान
कुंडली, दोहे सोरठे, रखते सबका मान

तीज,होली,दीवाली, सबसे इनको प्यार
टिप्पणी करने को भी, मिलते सदा त्यार,

Naveen Mani Tripathi ने कहा…

bahut hi sundar kundaliyan ....holi pr hardik shubh kamnayen

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

बहुत बेहतरीन कुंडलियाँ,...बधाई,....
राजेन्द्र जी,अपने इस पोस्ट पर आपका ध्यान चाहुगां,
आइये आपका स्वागत है,....

MY RESENT POST ...काव्यान्जलि ...:बसंती रंग छा गया,...

Madabhushi Rangraj Iyengar ने कहा…

श्री राजेंद्रजी,

दो एक रचनाएं पढ़ीं. अच्छा व्यंग किया है आपने. मन हल्का करने के लिए बहुत कामयाब होगा.

आपके लिए 'hasyavyangmanch' नामका बल्ॉग काफी अच्छा रहेगा. कृपया इसे देखें एवं अच्छा लगने पर सम्ेमिलित हों.

धन्यवाद,

आपका,

अयंगर, 9425279174.

S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib') ने कहा…

बीबी का वेट और ब्लॉगर करे कमेन्ट.... वाह!
वाह! आदरणीय राजेन्द्र भईया... सभी कुण्डलिया दमदार हैं... सादर बधाई/आभार.

आनन्द विश्वास ने कहा…

अति सुन्दर कुण्डलियाँ। सार्थक प्रयास।
साधुवाद
आनन्द विश्वास

Rajput ने कहा…

"जाओ दस दस बार, दया एक दिन आएगी
ब्लॉग-बालिका चपल तुम्हे भी टिपियाएगी "
बहुत सटीक लिखा है .दिल खुश हो गया.
अच्छा व्यंग.

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

टूट जाना ,बिखर जाना ,सहेजने को ख्वाब
आवाज -ए- आवाम को इनकलाब कहते हैं

बहुत ही सुंदर कुंडलियाँ,...राजेन्द्र जी

MY RESENT POST...काव्यान्जलि ...: तब मधुशाला हम जाते है,...

dinesh gautam ने कहा…

ब्लागिंग पर क्या खूब लिखे, कुण्डलियों में छंद,
पढ़कर सचमुच आ गया, एक अलग आनंद।
एक अलग आनंद, आपने गुर बतलाए-
‘लिख दें खुद ही टिप्पणी,खुद पोस्ट लगाएँ।’
कह दिनेश कविराज, खूब शब्दों की जागिंग,
-करवा दी है आपने, ‘धन-धन यह ब्लागिंग।’

अविनाश वाचस्पति ने कहा…

है तो एकदम सच्‍ची सच्‍ची ब्‍लॉगिंग
लेकिन पुराण नहीं
इसे महापुराण जान
टिप्‍पणी बन गई है स्‍वर्ण
पोस्‍ट की खान
दे दनादन दे दनादन
मेरे ब्‍लॉग पर भी करें
टिप्‍पणीदान कृपानिधान।

अविनाश वाचस्पति ने कहा…

है तो एकदम सच्‍ची सच्‍ची ब्‍लॉगिंग
लेकिन पुराण नहीं
इसे महापुराण जान
टिप्‍पणी बन गई है स्‍वर्ण
पोस्‍ट की खान
दे दनादन दे दनादन
मेरे ब्‍लॉग पर भी करें
टिप्‍पणीदान कृपानिधान।